MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर में एडीएम को एक दिव्यांग से बदसलूकी करना भारी पड़ गया। जनसुनवाई के दौरान एडीएम पवन जैन एक दिव्यांग के ऊपर भड़क गए थे जिसके बाद वहां मौजूद सिपाहियों ने उस दिव्यांग की पिटाई भी कर दी थी। जब इस बात की खबर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास पहुंची तो उन्होंने इस पर कड़ा एक्शन लिया। सीएम शिवराज ने लॉ एंड आर्डर को लेकर एक समीक्षा बैठक बुलाई और इंदौर के एडीएम पवन जैन को हटा कर मंत्रालय में ट्रांसफर कर दिया।

एडीएम को सस्पेंड करने को लेकर जब कलेक्टर मनीष सिंह से इस बारे में एमपी तक न्यूज पोर्टल ने पूछा तो उन्होंने बताया, ‘कोई भी हो कुछ भी कर रहा हो उसको लेकर अगर आपत्ति हो उसको लेकर मारपीट करने को लेकर सीएम साहब ने नाराजगी व्यक्त की है। सीएम साहब ने बिलकुल स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी दिव्यांग अगर उत्तेजना का काम कर रहा तो भी उसको स्नेह पूर्वक टैगल करना चाहिए न कि उसको उत्तेजना पूर्वक जवाब देना चाहिए और उन्होंने एडीएम को हटाने के निर्देश दे दिए।’

जनसुनवाई में पहुंचा था दिव्यांग

मंगलवार (18 अक्टूबर) को कलेक्टर की जनसुनवाई में सोनू पाठक नाम का एक दिव्यांग शख्स पहुंचा था, जो अपने दादा जी का मकान अपने नाम कराने के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रहा था। जनसुनवाई में पहुंचे सोनू पाठक ने कार्रवाई न होने की वजह से नाराजगी दिखाई जिसके बाद अपर कलेक्टर उस दिव्यांग पर भड़क गए और वहां मौजूद सिपाहियों ने उस दिव्यांग की पिटाई कर दी।

दिव्यांग ने मोबाइल मेज पर पटक कर जताई नाराजगी

दिव्यांग के कई बार आवेदन देने के बाद भी अधिकारियों ने उसकी मदद नहीं की थी जिसके बाद नाराज दिव्यांग ने टेबल पर अपना मोबाइल पटक दिया। इस वजह से मोबाइल का कवर छिटक कर अधिकारी अपर कलेक्टर को लग गया जिसके बाद गुस्साए अधिकारी ने दिव्यांग के साथ बदसलूकी की और वहां मौजूद सिपाहियों ने उसकी दिव्यांग की इस अभद्रता के लिए उसे कई थप्पड़ जड़ दिए।