उत्तराखंड पुलिस ने आम लोगों से व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ने के लिए लोकप्रिय सोशल वीडियो प्लेटफार्म टिक टॉक से हाथ मिलाया है। बता दें कि केरल पुलिस के बाद उसने यह कदम उठाया है। केरल पुलिस पिछले महीने टिक टॉक से जुड़ी थी और उसके सवा दो लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। बता दें कि टिक टॉक के बढ़ते चलन को देखते हुए राज्य पुलिस यह कदम उठा रही है ताकि वह लोगों से ज्यादा से ज्यादा जुड़ सके। इसमें कोई दो राय नहीं है कि केरल पुलिस और उत्तराखंड पुलिस के बाद देश के अन्य राज्यों की पुलिस भी इससे जुड़ सकती है।
पुलिस टिक टॉक से जागरूकता वीडियो साझा करेगीः टिक टॉक पर जुड़ने के बाद उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि टिक टॉक पर रहने से हमें आसान से पहुंच लायक बनाने का मौका मिलता है और हम व्यक्तिगत स्तर पर आम लोगों से जुड़ पाते हैं।’ उनका कहना है कि उत्तराखंड पुलिस इस प्लेटफार्म के माध्यम से सड़क सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा और अन्य सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता वीडियो साझा करेगी।
[bc_video video_id=”6038333952001″ account_id=”5798671092001″ player_id=”JZkm7IO4g3″ embed=”in-page” padding_top=”56%” autoplay=”” min_width=”0px” max_width=”640px” width=”100%” height=”100%”]
टिक-टॉक को लेकर विवाद भी जारीः टिक टॉक के कामकाज पर बयान देते हुए टिक टॉक कंपनी में जन नीति निदेशक (भारत) नितिन सलुजा ने कहा , ‘भारत भर में अधिकाधिक कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ हाथ मिलाना और अपने प्लेटफार्म के माध्यम से समाज में बदलाव लाना गर्व की बात है।’ वैसे भारतीय बाजार में टिक टॉक विवादों में भी रहा है। पिछले महीने भारत सरकार ने देश में ‘राष्ट्रविरोधी गतिविधियों’ के लिए उसके प्लेटफार्म के कथित दुरूपयोग को लेकर 24 सवालों पर टिकटॉक और हेलो को नोटिस जारी किया था। हालांकि कंपनी ने उस नोटिस का जवाब भी दिया था।