उत्तराखंड में नाबालिग बच्चों का घरों से गायब होने का सिलसिला लगातार जारी है। अभी तक पुलिस यह कारण नहीं खोज पाई है कि नाबालिग बच्चे क्यों गायब हो रहे हैं। पुलिस ने गायब हुए नाबालिगों को बरामद करने में भी कामयाबी हासिल की है। गायब हो रहे बच्चों की उम्र 14 साल से कम आंकी गई है। नाबालिग बच्चों के गायब होने का यह आंकड़ा कम होने की बजाय हर साल बढ़ ही रहा है। इस तरह का नाबालिग बच्चों का गायब होना उनके अभिभावकों और राज्य पुलिस के लिए घोर चिंता का कारण बन रहा है। जबकि उत्तराखंड पुलिस 80 से 85 फीसद से ज्यादा बच्चों को बरामद करने में कामयाब भी हुई है।
पिछले जनवरी से लेकर जून तक छह माह में 105 नाबालिग हुए हैं। जिनमें कुछ मामले गुमशुदगी और कुछ मामले अपराध क्षेत्र में सक्रिय होने के हैं। गायब हुए नाबालिग बच्चों मे सबसे ज्यादा मामले उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के मैदानी जिले उधम सिंह नगर के हैं। इस साल जनवरी से जून महीने तक 105 से ज्यादा नाबालिग बच्चे गायब हुए। उत्तराखंड पुलिस ने इन बच्चों के गायब होने का एक अध्ययन कराया। अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर बच्चों के गायब होने की वजह मानसिक परेशानी और पारिवारिक विवाद है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि उत्तराखंड में नाबालिग बच्चों के घरों से गायब होने में अपराधिक घटनाएं तथा पारिवारिक दिक्कत प्रमुख वजह रही हैं। नाबालिग बच्चों के लापता होने की वजह घरों में माता-पिता के बीच आपसी विवाद, झगड़े, मारपीट व अन्य पारिवारिक कलह ने बच्चों के दिमाग में विपरीत असर डाला जिससे उन्हें मानसिक पीड़ा हुई और वे इस परेशानी की वजह से घर से भाग गए या फिर कई मामलों में इन बच्चों का अपराध जगत के सक्रिय गिरोह के साथ संपर्क होना भी एक कारण रहा है। ज्यादातर मामले बच्चों के गायब होने के घर के आर्थिक हालात खराब होने और अभिभावकों में चल रहे आपसी विवाद प्रमुख कारण रहे।
अशोक कुमार के अनुसार इस वर्ष जनवरी से बच्चों के गायब होने के सबसे ज्यादा मामले उधम सिंह नगर जिले से सामने आए हैं। वहीं दूसरी ओर चंपावत उत्तरकाशी और अल्मोड़ा जिलों में नाबालिग बच्चों के गायब होने की तादाद काफी कम पाई गई है। 2020 में नाबालिग बच्चों के गायब होने कि मामले 150 थे जिनमें 40अपराधी किस्म के थे और बाकी मामले बच्चों के घरों से गायब होने के अभिभावकों के बीच पारिवारिक की समस्या के कारण हुए। इनमें से पुलिस ने 131 और बच्चों की बरामदगी की और इस मामले में 42 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।