ज्ञानवापी मस्जिद में फव्वारा है या शिवलिंग? इस मुद्दे पर हिंदू और मुस्लिम पक्ष का अलग-अलग दावा है। जहां हिंदू पक्ष इसको शिवलिंग बता रहा है। वहीं मुस्लिम पक्ष फव्वारा कह रहा है। एक टीवी चैनल पर एक डिबेट के दौरान VHP प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि ज्ञानवापी मंदिर है, इसका मुझे पूरा भरोसा है। इसी के जवाब में AIMIM प्रवक्ता असीम वकार ने कहा कि एक खबर उन्होंने भी पढ़ी है कि अमेरिका में ट्रैफिक के एक खंभे को शिवलिंग मानकर लोग पूजा करने लगे थे।

वीएचपी प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने क्या कहा?
वीएचपी प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने आजतक के इस डिबेट में कहा कि 1854 में एडविन ग्रिव्स ने लिखा है कि यह पूरी तरीके से मंदिर की आकृतियां हैं और यह मंदिर है। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से जो भी लोग इसको देखने आए सभी ने कहा कि यह मंदिर है। किसी ने यह नहीं कहा कि यह मस्जिद है। उन्होंने असीम वकार से कहा कि आप लोग कह रहे हैं कि हम यहां नमाज पढ़ते हैं, उन्होंने सवाल किया नमाज आप लोग पार्क में भी पढ़ते हैं तो पार्क मस्जिद हो जाएगी क्या? आप सड़क पर नमाज पढ़ते हैं तो क्या सड़क मस्जिद हो जाएगी? उन्होंने दावा किया ये मंदिर है और मंदिर जीवंत होता है। इतिहासकार इरफान हबीब ने भी लिखा था कि इस मंदिर को औंरगजेब ने तोड़ा था।

वीएचपी प्रवक्ता ने कहा कि देश-दुनिया में हर व्यक्ति जानता है कि शिविलिंग की आकृति, प्रकृति और आकार कैसा होता है। उन्होंने कहा कि यह जानते हुए भी कि यह शिललिंग है। वहां आप लोगों ने वजू का स्थान बना दिया। हाथ-पैर धोने का स्थान बना दिया। उन्होंने आगे कहा कि 1936 ब्रिटिश काल में भी कहा गया कि ये मंदिर है। 1997 जस्टिश रामा स्वामी ने कहा कि ये मंदिर है। 2022 में भी यही निर्णय आया कि इसका सर्वे कराइए। देखो क्या है? तब भी वहां सभी मंदिर के अवशेष मिले। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि ये ज्ञानवापी मंदिर है।

AIMIM प्रवक्ता असीम वकार ने क्या कहा?
असीम वकार ने अमेरिका की एक घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक खबर मैंने पढ़ी कि अमेरिका में ट्रैफिक के एक खंभे को शिवलिंग मानकर पूजा कर दी गई। इस पर एंकर ने बीच में टोकते हुए असीम वकार से पूछा कि क्या आपको अमेरिका में और काशी विश्वनाथ धाम में फर्क नजर नहीं आता? आप कैसा चश्मा पहनते हैं? असीम वकार ने कहा कि अगर कल को यह फव्वारा साबित हो गया तो क्या कीजिएगा?

ओवैसी का हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना
वहीं मदरसे को लेकर दिए गए असम के सीएम के बयान पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जमकर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा, “असम में बाढ़ से 18 लोगों की जान चली गई, लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री मदरसों को लेकर चिंतित हैं। मदरसों के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। मदरसे विज्ञान, गणित और अन्य विषय पढ़ाते हैं। उन्हें (भाजपा) सिर्फ इस्लाम और मुसलमानों से नफरत है।”