उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में भगवान हनुमान और लक्ष्मण की मूर्ति तोड़ दी गई। दोनों ही मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के बाद शरारती तत्वों ने उन्हें आग के हवाले कर दिया। आसपास के लोगों को इस बारे में पता लगा, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति है। लोगों ने आरोपियों को पकड़ने को लेकर जमकर बवाल काटा। मौक पर पहुंची पुलिस ने हालात संभाले और लोगों को शांत कराया। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वह जांच कर रहे हैं। जल्द ही आरोपी दबोचे जाएंगे। आपको बता दें कि इससे पहले 30 मार्च को बिहार के नवादा स्थित गोंदापुर इलाके में बजरंगबली की मूर्ति तोड़ दी गई थी।
यह घटना अमरोहा नगर की है। रविवार (एक अप्रैल) की शाम मछरट्टा पुलिस चौकी के पास बने मंदिर में पूजा होनी थी। मंदिर के कपाट खोले गए, तो भगवान हनुमान और लक्ष्मण की मूर्ति टूटी पड़ी मिली। यह देखते ही लोगों में नाराजगी पनपी और वे पुलिस को इसकी जानकारी देने पहुंचे।
घटनास्थल का जायजा लेने पहुंची पुलिस को लोगों के विरोध से दो-चार होना पड़ा। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझाया और बवाल काटने से रोका। पुलिस ने इस दौरान कहा कि जिसने भी यह किया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। शरारती तत्वों ने जानकर मूर्तियां खंडित की है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस अधीक्षण बृजेश सिंह ने इसी के साथ मंदिर में नई मूर्तियां स्थापित कराने का यकीन दिलाया है।
वहीं, वॉर्ड सभासद अंकित गुप्ता ने कहा कि मंदिर में इससे पहले चोरियां हो चुकी हैं। इलाके की फिजा न खराब हो, इसी डर के कारण लोग शिकायत करने से बचते है। मगर यह घटना बेहद संवेदनशील है और इसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।