उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है। चार युवकों ने 10 रुपए के नोटों से सेकेंड-हैंड कार खरीदी। ये नोट उन्होंने पिछले महीने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से लूटे थे। चारों की पहचान नासिर, राकेश, अफजल और टीटू के रूप में हुई है। 8 नवंबर को 500, 100 के नोट बंद होने के बाद जब बैंकों में 20 और 10 रुपए के नोट मंगाए गए तो चारों ने मिलकर बैंक से इसी मूल्य के नोटों में 10 लाख रुपए की लूट को अंजाम दिया। इसके बाद वह हर रात अय्याशी पर पैसे उड़ाने लगे। अचानक से बदले रंग-ढंग देखकर बेहत तहसील के स्थानीय निवासियों को शक हुआ, उन्हाेंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने नासिर को गिरफ्तार कर लिया है, मगर बाकी तीनों फरार हैं। सहारनपुर के एसपी (ग्रामीण) रफीक़ अहमद ने बताया, ”गांव के नजदीक हमारे खबरियों ने बताया कि नासिर ने हाल ही में एक सेकेंड हैंड कार खरीदी है और 10 रुपए के नोट में पेमेंट किया है। जब हमने जांच की तो पता चला कि वह और उसके दोस्त धड़ल्ले से पैसा खर्च कर रहे हैं, वह भी 10 और 20 रुपए के नोटों में। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि उन्होंने बोरे में रुपए भरकर रखे हैं। हम शुक्रवार को पूछताछ के लिए नासिर को लाए थे और उसने गुनाह कबूल कर लिया है।”
अहमद ने कहा, ”उन्होंने 5 लाख रुपए 10 रुपए के नोटों में तथा बाकी 5 लाख 20 रुपए के नोटों के रूप में चुराए थे। हमें नासिर के पास से 50,000 रुपए मिले हैं और कार सीज कर ली गई है। बाकी पैसा अन्य तीन आरोपियों के पास हो सकता है, जो फिलहाल फरार चल रहे हैं।”
नोटबंदी के बाद से बड़े पैमाने पर छापेमारी चल रही है। आयकर विभाग की टीमें प्रवर्तन निदेशालय के साथ मिलकर मुखबिरों की सूचना पर छापा मार रही हैं। शनिवार (10 दिसंबर) को दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में स्थित एक लॉ फर्म से 13 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। इनमें 2 करोड़ रुपए 2000 के नए नोटों में थे। रात 10.30 बजे के करीब दिल्ली पुलिस ने छापा मारा था। वहां उन्हें 13.56 करोड़ रुपए मिले। सारे पैसे अलमारी और सूटकेस में छिपाकर रखे गए थे।
कर्नाटक के चित्रदुर्ग और हुबली में की गई छापेमारी में 5.7 करोड़ के 2000 रुपए वाले नए नोट और 32 किलो सोना चांदी मिली हैं। इसके साथ ही 90 लाख के पुराने नोट भी जब्त किए गए हैं।
