जिस पुलिस को लोगों की सुरक्षा के लिए लगाया जाता है जब वह ही अपराध की दुनिया में कदम रख दे तो लोग किसके भरोसे सुरक्षित होंगे। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बलिया के रैती इलाके का है जहां पर एक पुलिस वाले पर अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी कांस्टेबल व अन्य आरोपियों के खिलाफ पोस्को एक्ट और आईपीसी की धारा 354 और 306 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घटना की जानकारी जब पीड़िता के पिता को चली तो सदमें के कारण उनकी मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना शुक्रवार रात की है।
गोपालनगर के बाहरी इलाके में तैनात कांस्टेबल ने गांव के सरपंच के साथ मिलकर लड़की का रेप किया था। 15 वर्षीय लड़की जब आरोपियों के चंगुल से निकलकर भागी तो उसने चिल्लाना शुरु कर दिया। लड़की की आवाज सुनकर गांव के लोग उसके मदद के लिए भागे। वहीं गांव में भीड़ को इकट्ठा देखकर आरोपी कांस्टेबल घटनास्थल से भाग खड़ा हुआ। पुलिस प्रशासन ने आरोपी कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया और लड़की का शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। इन दिनों देश में महिलाओं के प्रति अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। जिस पुलिस पर विश्वास करके लड़कियां खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए घर से बाहर निकलती हैं, अब वे इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस पर विश्वास करने से भी डरेंगी।
ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के दिंडोरी इलाके में देखने को मिला था जहां पर एक कांस्टेबल पर नाबालिक का बलात्कार करने का आरोप लगा था। पीड़िता 5 अप्रेल देर रात अपने घर के बाहर बर्तन धो रही थी जब उसके पड़ोस में रहने वाला कांस्टेबल कथित रूप से उसे खींचकर अपने घर के शौचालय में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। उसने विरोध करने पर लड़की को कथित रूप से जान से मारने की धमकी भी दी। बाद में लड़की जब अपने घर गयी और परिवार के लोगों को घटना की जानकारी दी तब पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी।