उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharmpal Singh) अपने एक बयान के कारण सुर्खियों में हैं। उनके बयानों के मुताबिक, भाजपा के कार्यकर्ता अब गौशालाओं का प्रबंधन करेंगे, गोबर उठाएंगे और दूध भी वही पिएंगे। मंत्री धर्मपाल सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सूबे में गौशालाओं के प्रबंधन को और बेहतर किया जाएगा।

धर्मपाल सिंह ने कहा कि गौशालाओं की जमीनें भूमाफियाओं के कब्जे से मुक्त कराई जाएंगीं। साथ ही योगी सरकार के मंत्री ने कहा, “गौशालाओं का प्रबंधन भाजपा के कार्यकर्ता करेंगे, वही उसका गोबर उठाएंगे, वही उसका दूध पिएंगे।”

धर्मपाल सिंह ने कहा कि वे इन बेसहारा पशुओं की चुनौती को अवसर के रूप में देख रहे हैं। धर्मपाल सिंह ने कहा कि हम गौशालाओं को व्यावसायिक उद्देश्य से चलाएंगे। मंत्री ने कहा, “जो गाएं छुट्टा रहती हैं न हमें उनका गोबर मिलता है, न मूत्र मिलता है, न दूध मिलता है। गाय के अंदर पांच द्रव्य हैं- दूध, दही, घी, गोबर और मूत्र।”

धर्मपाल सिंह ने आगे कहा, “हम गौशालाओं को व्यावसायिक बनाएंगे। गाय से मिलने वाले दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर से व्यापार होगा। इससे किसानों को लाभ मिलेगा।” इसके पहले, पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि सूबे में छुट्टा घूम रहे पशु बहुत बड़ी समस्या है, लेकिन अब इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।”

विधानसभा चुनावों के दौरान गरमाया था आवारा पशुओं का मुद्दा

चुनावों के दौरान आवारा पशुओं का मुद्दा गरमाया रहा था। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर रहा था। खासकर, सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने वाले सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर रहे थे, जिसके बाद पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए कहा था कि योगी सरकार आवारा पशुओं के लिए गौशालाओं के निर्माण में ईमानदारी से काम कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा था कि 10 मार्च को दोबारा सरकार बनने के बाद इस अभियान को और गति दी जाएगी।