यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बड़ा फैसला किया। योगी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमल करते हुए दो जिलों के डीएम को सस्पेंड कर दिया है। इन दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और अवैध खनन करवाने के अलावा खनन माफिया से संबंध रखने के भी आरोप लगे हैं। ये कार्रवाई गुरुवार (7 जून) की सुबह की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो जिलों के डीएम को खनन माफिया के साथ संबंध रखने के आरोप लगने पर निलंबित कर दिया। निलंबित होने वाले अधिकारियों में गोंडा जिले के डीएम जितेंद्र बहादुर सिंह और 2009 बैच के आईएएस अधिकारी फतेहपुर के डीएम कुमार प्रशांत शामिल हैं। दोनों ही जिलाधिकारियों पर भ्रष्टाचार और अवैध खनन करवाने के आरोप लगे हैं।

शासन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, गोंडा और फतेहपुर के जिलाधिकारी के खिलाफ सरकार को लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इन पर अवैध खनन और किसानों से होने वाली गेहूं की खरीद में गड़बड़ी सहित भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे। इन्हीं शिकायतों पर संज्ञान लेते मुख्यमंत्री की ओर से यह कार्रवाई की गई।
UP Chief Minister Yogi Adityanath suspends District Magistrates of Fatehpur and Gonda over complaints of illegal mining and financial irregularities.
— ANI UP (@ANINewsUP) June 7, 2018
गोंडा के जिलाधिकारी जितेन्द्र बहादुर सिंह पर अवैध खनन, खाद्यान्न अनियमितता के अलावा सरकारी जमीन गलत तरीके से अपने एक पहचान के व्यक्ति को देने का भी आरोप है। बता दें कि इस मामले में कोई भी अधिकारी फिलहाल अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं है। वहीं शासन की तरफ से भी इसको लेकर कोई बयान नहीं आया है।