उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथा का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसके लिए एक ऐप तैयार किया जाएगा, जिसके जरिए आजादी में संघर्ष करने वाले लोगों की जीवन गाथा से मदरसों में पढ़ाई करने वाले बच्चों को रूबरू कराया जाएगा। राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य मदरसों में पढ़ाई करने वाले बच्चों में राष्ट्रभक्ति भरना है।

मंत्री ने गुरुवार (7 अप्रैल) को एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में शिक्षा की व्यवस्था का आधुनिकीकरण किया जाएगा और एक आधुनिक ऐप के जरिए यहां पढ़ने वालों को आजादी के लिए संघर्ष करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की वीरगाथा के बारे में बताया जाएगा। इस दिशा में सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है ताकि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे देशभक्ति से ओतप्रोत हों।

मुस्लिम समाज की गरीब लड़कियों के लिए अनुदान की भी योजना
दानिश आजाद अंसारी ने बताया कि राज्य के कितने मदरसों को इस योजना में शामिल किया जाना है इस पर शासन काम कर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समाज की गरीब लड़कियों को अनुदान दिया जाएगा।

अब मदरसों के लिए भी होगा टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट
मदरसा बोर्ड ने शिक्षकों की भर्ती के लिए टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (Madarsa teachers Eligibility Test- MTET) आयोजित करने की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश से मान्यता प्राप्त मदरसों में नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों को यह परीक्षा पास करना आवश्यक होगा। मदरसों की स्थिति में सुधार के लिए योगी सरकार की तरफ से उठाया गया यह बड़ा कदम है। इससे पहले मदरसों में शिक्षकों की सीधे नियुक्ति होती थी। वर्तमान समय में राज्य के मदरसों में शिक्षकों के 500 से ज्यादा पद खाली हैं।

पिछले महीने मदरसों को लेकर एक बैठक हुई थी, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। इस दौरान यह भी फैसला लिया गया कि यहां छात्रों को दुआओं के साथ राष्ट्रगान गाना भी आवश्यक होगा।