समाजवादी पार्टी और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर के सांसद प्रवीण निषाद तथा अन्य लोगों पर लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार (8 मार्च, 2019) को अलग अलग प्रदर्शन किए। निषाद और उनके समर्थक निषादों को अनुसूचित जाति के आरक्षण लाभ देने की मांग को लेकर गुरूवार को प्रदर्शन कर रहे थे, तभी यह लाठीचार्ज हुआ। समाजवारी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मीबाई पार्क पर प्रदर्शन कर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। वहीं प्रवीण निषाद ने कहा, ‘हम समाजवादी लोग हैं। हम निषाद पार्टी के लोग हैं और हम बसपा के लोग हैं… हम योगी नहीं हैं, हम संसद में आंसू नहीं बहाएंगे। हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे।’

उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में मिनी सीएम कार्यालय बना रखा है। हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और अपना ज्ञापन सौंपने का प्रयास कर रहे थे लेकिन पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। यह मुख्यमंत्री का शहर है। जब संसद सदस्य ही सुरक्षित नहीं है तो नागरिक क्या सुरक्षित रहेंगे।’ सपा जिलाध्यक्ष प्राद यादव और नगर अध्यक्ष जिया उल इस्लाम ने भी पुलिस कार्रवाई की आलोचना की। यादव ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। हर किसी को संवैधानिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने का अधिकार है।

वहीं सांसद निषाद के पिता और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने दावा किया है कि वो शांतिपू्र्वक मार्च कर रहे थे जब पुलिस ने उनपर हमला कर दिया। हालांकि गोरखपुर के एसएसपी सुनील गुप्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया जिसके बाद उन्हें नियंत्रित करने के लिए हल्के पुलिस बल का इस्तेमाल करना पड़ा।

एसएसपी ने आगे कहा, ‘जिला प्रशासन ने निषाद पार्टी को सिर्फ रैली करने की अनुमति दी थी। मगर भीड़ ने इसके बजाय विरोध मार्च निकाला। हमने उन्हें आगे जाने से रोकने की कोशिश की लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। प्रदर्शनकारी अचानक हिंसक हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसपर पुलिस को स्थिति काबू में लाने के लिए हल्के बल का सहारा लेना पड़ा।’ एसएसपी के मुताबिक पथराव की वजह से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालांकि उन्हें अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि घटना में सांसद या अन्य कोई व्यक्ति घायल हुआ था। (एजेंसी इनपुट)

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