कांग्रे, लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी को मात देकर फिर से केंद्र की सत्ता अपने हाथ में लेने की कोशिश में है। आम चुनाव में जीत के लिए पार्टी ने तुरुप का इक्का के तौर पर प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश से दिल्ली का रास्ता तय करने के लिए प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश में पूर्वी हिस्से की जिम्मेदारी देते हुए राजनीति में उतारा है। अब पूरी तैयारी से विपक्षियों पर हमला करने के लिए कांग्रेस प्रियंका के लिए खास इंतजाम कर रही है।
2019 चुनाव के दौरान प्रियंका पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी संभालेंगी। उन्हें महासचिव का पद दिया गया है। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा राजनीति में सीधे नहीं थीं। वह अपनी मां की संसदीय सीट रायबरेली में चुनाव प्रयार जरूर करती थीं लेकिन पार्टी में उन्होंने कोई पद नहीं लिया था। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी फरवरी पहले हफ्ते से अपनी जिम्मेदारी संभालेंगी।
रणनीति के तहत प्रियंका गांधी के लिए नया ऑफिस तैयार किया जा रहा है। इसके तहत उनके ऑफिस में साउंड-प्रूफ ऑडिटोरियम, विक्टोरियन युग का इंटीरियर और ऑफिस की दीवारों पर शानदार पेंटिंग की हुई दीवारों के अलावा कई इंतजाम किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि काम अंतिम चरण में है।
बता दें कि, प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के लिए एक और दांव चला है। कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कंधों पर भी नई जिम्मेदारी डाली है। कांग्रेस नेतृत्व ने सिंधिया को महासचिव बनाकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी हैं। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री पद की रेस से खुद को अलग कर लिया था। सिंधिया को उत्तर प्रदेश काग्रेस में मिला यह पद उसी को देखते हुए दिया गया है।