उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में शुमार नोएडा से सटे ग्रेटर नोएडा के एक फ्लैट में बुजुर्ग का शव फांसी के फंदे से झूलता मिला। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग ने 15 दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी। इसकी सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी थी। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग घाटे और पारिवारिक कलह के चलते परेशान थे। आत्महत्या से पहले उन्होंने सुसाइट नोट लिखा था। जिस पर बुजुर्ग ने एक मोबाइल नंबर भी लिखा था। जिस पर पुलिस ने फोन भी किया।

ग्रेटर नोएडा के एनएसजी सोसायटी के एक फ्लैट से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव नीचे उतारा। पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग ने करीब 15 दिन पहले ही आत्महत्या कर ली थी। फ्लैट में रहने वाले बुजुर्ग नारायण कुमार शिंदे निजी कंपनी में बड़े पद से रिटायर हुए थे। शिंदे की पत्नी, बेटी और एक बेटा है। हालांकि शिंदे के परिवार का हर सदस्य अलग ही रहता है।

शिंदे की पत्नी माधुरी नीति आयोग से सेवानिवृत्त हुई हैं। वह और बेटी नोएडा में साथ ही रहती हैं। कुछ महीने पहले ही शिंदे की पत्नी ने उनके खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत की थी। जबकि बेटा भी निजी कंपनी में काम करता है और दिल्ली में रहता है। शिंदे की बेटे से आखिरी बात करीब डेढ़ महीने पहले हुई थी। शिंदे ने आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में अपने बेटे का ही नंबर लिखा था। जिस पर पुलिस ने फोन कर घटना की सूचना दी।

उन्होंने आत्महत्या के लिए खुद को ही जिम्मेदार बताया है। शिंदे मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे। पुलिस के अनुसार, शिंदे ने शेयर मार्केट में पैसा लगा रखा था। जिसमें उन्हें करोड़ों का घाटा भी हो गया था। इसी घाटे से उबरने के लिए शिंदे को अपनी सम्पत्ति तक बेचनी पड़ी थी। जिसके कारण परिवार का विवाद ज्यादा बढ़ गया था।

करोड़ों के कर्जे को चुकाने के लिए नारायण शिंदे ने दिल्ली के द्वारका में करोड़ों की कीमत में एक बेचा था। इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा में एक पेंटहाउस भी था। जिसे शिंदे ने करीब 75 लाख रुपए में बेच दिया था। इसके बाद से पारिवारिक कलह और बढ़ गई। बताया जा रहा है कि शिंदे ने अपने बेटे से डेढ़ लाख रुपए मांगे थे।