उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में जबरन धर्मांतरण का एक मामला सामने आया है। यहां डॉक्टर फारुकी जबरन लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहा था। इसके क्लीनिक पर ही काम करने वाले एक शख्स ने इस बात का खुलासा किया है। शख्स का आरोप है कि डॉक्टर ने उसकी मर्जी के बिना उसका धर्म परिवर्तन करवा कर उसे मुसलमान बना दिया। साथ में उसको धमकी भी दी कि मुसलमान बनकर नहीं रहे तो जान से मारकर फेंक देंगे। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।
आरोप लगाने वाले शख्स ने अपना असली नाम रामराज यादव बताया है और कहा कि उसका नाम जबरन धर्मांतरण के बाद करम हुसैन कर दिया गया था। आधार कार्ड पर भी उसका नाम करम हुसैन ही बताया जा रहा है। इस शख्स ने बताया, “हमने डीएम, एसपी के यहां एक महीना पहले दरखास्त डाली थी। पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमें हिंदू से मुसलमान बनाया गया। कहा मुसलमान बनकर नहीं रहेंगे तो जान से मारकर फेंक देंगे। मेरा खतना कराया गया है।”
बताया कि रामराज डॉक्टर फारुकी के क्लीनिक पर काम करता था। डॉक्टर उससे कुरान की आयतें पढ़ने के लिए कहता था। धीरे-धीरे वो फारुकी की बातों में आ गया और फिर रामराज का धर्मांतरण करवा दिया गया। रामराज ने बताया कि उससे कहा गया कि अपने बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा दो इसके बदले में रुपया चाहिए तो वो ले लो। उसने कहा, “हम में से बहुत से हिंदू लोगों को मुसलमान बनाया गया है। हम चाहते हैं पूरी कार्रवाई हो। हम अपनी मर्जी से मुसलमान नहीं बने हैं हमें जबरदस्ती बनाया गया है।” पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
सिद्धार्थनगर के एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया, “युवक ने डुमरियागंज के थाना क्षेत्र के रहने वाले एक आदमी पर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया है। अब तक जो जांच हुई है उससे पता चला है कि जिस पर आरोप लगाया है उसके यहां पर इस युवक ने दो तीन-साल तक नौकरी की है। आवेदक अभी जेल से छूटकर आया है। मोबाइल चोरी के मामले में वो जेल गया था और जेल से छूटने के बाद उसने ये आरोप लगाए हैं। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है।”