उत्तर प्रदेश के रायबरेली में राम जानकी मंदिर के पुजारी की हत्या कर शव मंदिर के दरवाजे के पास खंभे से पर लटका दिया। सुबह स्थानीय लोगों ने पुजारी का शव लटका देखा तो इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने बताया कि ऊंचाहार थाना क्षेत्र के बाबा का पुरवा में मंदिर के पुजारी स्वामी प्रेमदास (64) की मंगलवार (एक जनवरी, 2019) रात हत्या कर शव खम्भे से लटका दिया गया। पुलिस के मुताबिक लोगों ने प्रेमदास का शव लटका देख स्थानीय पुलिस को जानकारी दी। बाद में घटनास्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए। नाराज लोगों ने शव नीचे नहीं उतारने दिया। डीएम, एसपी और कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लोगों को खूब समझाया, मगर काफी समझाने के बाद भी ग्रामीण नहीं माने। बाद में लखनऊ से एडीजी (कानून- व्यवस्था) सुजीत पांडेय भी वहां पहुंचे और कार्रवाई के आश्वासन पर ग्रामीणों ने शव उतारने दिया।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बैजनाथ मौर्य, संजीव, राम स्वरूप दास और अमृतलाल के खिलाफ पुजारी की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कराने वाले महंत मौनी बाबा का कहना है कि मंदिर के स्वामित्व में काफी जमीन है और आरोपी भू-माफिया बैजनाथ मौर्य उस पर कब्जा करना चाहता था। इससे पहले भी वह मंदिर के पूर्व महन्त स्वामी सत्यनारायण दास की हत्या करवा चुका है। उसने मंदिर की कुछ जमीन पर निर्माण कार्य भी करा लिया है। पुलिस अधीक्षक सुनील सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि पुजारी की हत्या से गुस्साए स्थानीय ग्रामीणों ने बीएन मौर्य के पंचशील डिग्री कॉलेज पर धावा बोल दिया। लोगों ने लाठी-डंडों से कॉलेज में तोड़फोड़ की। कॉलेज के दरवाजे आग के हवाले कर दिए गए। इस दौरान भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। खबर है कि पुलिस की इस कार्रवाई में कई लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। (भाषा इनपुट सहित)