उप्र विधानसभा चुनाव के पहले चरण में दिल्ली से सटे औद्योगिक महानगर नोएडा में कुल 49.02 फीसद मतदान हुआ। जिला सूचना अधिकारी के मुताबिक जिले की दो अन्य विधानसभा दादरी में 62.11 और जेवर में 66.43 फीसद मतदान होने की जानकारी मिली है। गौतमबुद्ध नगर की तीनों सीटों पर कुल 58.61 फीसद मतदान हुआ। बताया गया है कि चुनाव आयोग को बसपा और सपा उम्मीदवारों पर मतदान वाले दिन मैसेज के जरिए प्रचार करने की शिकायतें मिली हैं। जिसके चलते जिला निर्वाचन अधिकारी ने ने सपा और बसपा उम्मीदवारों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, बसपा उम्मीदवार ने तो फेसबुक पर लाइव आकर लोगों से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील भी की। भाजपा से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, सपा- कांग्रेस गठबंधन से सुनील चौधरी और बसपा से रविकांत मिश्र चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा अन्य राजनैतिक दल और निर्दलीय 11 प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं।

एक बूथ पर 700 लोगों के नाम कटने पर हुआ हंगामा

सेक्टर-82 स्थित केंद्रीय विहार सामुदायिक भवन में शनिवार को बूथ नंबर 454 पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नाम मतदाता सूची से गायब होने पर दोपहर करीब 12 बजे बड़ा हंगामा हो गया। आलोक विहार के सामने बने इस केंद्र पर सेक्टर-82 में रहने वाले शेषमणि पांडे, लाल मणि तिवारी समेत करीब 700 लोगों के नाम मतदाता सूची में तो मौजूद मिले लेकिन ईवीएम मशीन के पास बैठे पीठासीन अधिकारियों की सूची में ये नाम नहीं थे। नोएडा के विहिप पदाधिकारी उमानंद कौशिक भी उस दौरान मतदान केंद्र में मौजूद थे। तत्काल यह सूचना जिलाधिकारी, निर्वाचन अधिकारियों के अलावा भाजपा उम्मीदवार पंकज सिंह और सांसद डॉक्टर महेश शर्मा को दी गई। बताया गया है कि डॉक्टर शर्मा ने जिलाधिकारी से बात की। निर्वाचन अधिकारियों की पहल पर उन सभी को मतदाता सूची उपलब्ध कराई गई। मतदान आम तौर पर शांति से संपन्न हुआ और किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।

 

दिव्यांग ने डाला पहला वोट

नोएडा में पहला वोट दिव्यांग मुनेश ने सुबह 7 बजे निठारी स्थित मतदान केंद्र में वोट डाला। मुनेश के अलावा बड़ी संख्या में दिव्यांगों ने भी विभिन्न मतदान केंद्रों पर बढ़-चढ़कर मतदान किया। सेक्टरों में गांवों के मुकाबले धीमी गति से मतदान शुरू हुआ। गुनगुनी गर्मी के बावजूद बुजुर्ग मतदाता कम संख्या में घरों से बाहर निकले। हालांकि सर्फाबाद में 90 वर्षीय ओमवती देवी और 80 साल के चंद्रलाल ने मतदान कर लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वोट देने की अपील की। वहीं, जिला प्रशासन के तमाम दावों के विपरीत निर्वाचन कर्मी ज्यादातर मतदाताओं तक चुनाव पर्ची पहुंचाने में नाकाम रहे। मतदान केंद्रों के बाहर लगे टैंट में बैठे बीएलओ समेत अन्य कर्मियों के पास सैकड़ों की संख्या में मतदान पर्चियों के बंडल रखे हुए थे।

यहीं नहीं प्रशासनिक उदासीनता की वजह से अमूमन प्रत्येक मतदान केंद्र पर बड़ी संख्या में लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब मिले। सेक्टर-41 स्थित मिलेनियम स्कूल में बने मतदान केंद्र पर इसी सेक्टर के डी-182 में रहने वाले राजकुमार मल्होत्रा समेत परिवार के अन्य छह सदस्यों का नाम गायब था। केवल उनकी एक बहू का ही नाम मौजूद था। मल्होत्रा ने दावा किया कि वे पिछले 20 सालों से इसी मकान में रह रहे हैं। मतदाता पुनरीक्षण में धांधली का आरोप लगाते हुए राजकुमार मल्होत्रा नाराजगी जाहिर कर लौटे। नाम कटने, बूथ बदले जाने जैसी दिक्कतों के बावजूद इस मर्तबा पहली बार नोएडा विधान सभा सीट के ज्यादातर इलाकों में जाति- बिरादरी मतदान का कोई बड़ा आधार नहीं बना है।