मेरठ के दौराला नाले में 9 सितंबर को मिले सिर और हाथ कटे शव को लेकर बुधवार को दिनभर हंगामा चलता रहा। मुजफ्फरनगर के एक परिवार ने शव की पहचान मंसूरपुर के नोना गांव से 28 अगस्त से लापता मोंटी (20) के रूप में किया था।।

शव के अंतिम संस्कार कराने को लेकर हंगामा किया और शव लेकर मुजफ्फरनगर चले गए। रात 12.30 के बाद मामले में अचानक नाटकीय मोड़ आ गया। दिनभर जिस मोंटी का शव बताया जा रहा था, उस मोंटी को पुलिस ने चंडीगढ़ से देर रात प्रेमिका के संग बरामद कर लिया। मंसूरपुर पुलिस ने बताया कि मोंटी को युवती के साथ बरामद कर लिया गया है। और शव को दौराला वापस लाया गया है।

9 सितंबर को नाले से एक शव बरामद हुआ था। शव का सिर और हाथ कटा था। पुलिस ने शव को मोर्चरी भेज दिया था। दौराला पुलिस ने शव की पहचान कराने के लिए फेसबुक पर बनाए ग्रुपों और थानों के 1626 ग्रुप में फोटो भेजे थे। मंसूरपुर पुलिस ने फोटो देखे तो नोना गांव से लापता चल रहे मोंटी पुत्र सुरेश के परिवार वालों को जानकारी दी।

मोंटी के भाई-बहन और परिवार वाले मोर्चरी पहुंचे तो उन्होंने शव की पहचान मोंटी के रूप में की। उन्होंने बताया कि मोंटी की गर्दन पर टैटू बना हुआ था। उसके हाथ पर माता-पिता का नाम लिखा था। हो सकता है इसी वजह से हत्यारों ने उसकी गर्दन और हाथ काटकर शव फेंका ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मंसूरपुर पुलिस शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए सूरजकुंड श्मशान घाट ले आई। इस पर मोंटी के परिजनों ने विरोध कर दिया। परिजनों ने कहा कि वे अंतिम संस्कार अपने गांव में ही कराएंगे। हंगामे के बाद परिजन शव लेकर मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए। लेकिन देर रात मामले में आए नाटकीय मोड़ के बाद शव वापस दौराला भेज दिया गया और मोंटी को युवती के साथ चंडीगढ़ से बरामद कर लिया गया।

मोंटी के खिलाफ गांव के ही एक परिवार ने बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। साथ ही अपने साथ गहने और 50,000 रुपये भी ले जाने की बात कही थी। शव मिलने के बाद मोंटी के परिजनों ने गांव की ही युवती के परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया कि मोंटी का युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। वह उससे मिलने के लिए 28 अगस्त की रात उसके घर गया था। परिजनों ने उसे पकड़कर मार दिया। हो सकता है कि युवती की भी हत्या कर दी गई हो।