योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में बुलडोजर एक्शन को लेकर सियासत गरमाई हुई है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुलडोजर की कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसको लेकर हज समिति के चेयरमैन मोहसिन रजा ने योगी सरकार द्वारा बुलडोजर एक्शन का समर्थन करते हुए कहा कि इससे साफ हो जाता है कि इन लोगों के गलत कामों की दुकानें अब बंद हो गई हैं।
भाजपा नेता मोहसिन रजा ने कहा, “जमीयत उले्मा-ए-हिंद के मौलाना लोग जिस तरह से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, उससे स्पष्ट हो जाता है। ये पूछ रहे हैं कि अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर क्यों चल रहा है, न्याय के खिलाफ गुहार लगाने के लिए कोर्ट जा रहे हैं ये लोग। इन्हीं लोगों ने संरक्षण दिया हुआ था। इनके संरक्षण में अपराधियों ने खूब काम किया और गरीबों को लूटने का काम किया।”
मोहसिन रजा ने कहा, “जिन पर बुलडोजर चल रहा है, उन पर चलेगा क्योंकि हमें लोगों को न्याय देना है। जो अवैध तरीके से बनाई गई इमारतें हैं, उनको ध्वस्त किया जा रहा है।” जमीयत उलेमा-ए-हिंद पर निशाना साधते हुए मोहसिन रजा ने कहा कि ये लोग समाज के हित के काम में रोड़ा अटकाने का काम कर रहे हैं और इनको लोगों के हित से कोई मतलब नहीं हैं। इनकी दुकानें बंद होने लगी हैं इसलिए ये लोग बेचैन हैं।”
मोहसिन रजा ने कहा कि हम लोग लोकतंत्र में विश्वास करने वाले और संविधान में विश्वास करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि जो भी काम करते हैं संविधान के दायरे में करते हैं। मोहसिन रजा ने कहा कि इन्होंने जिन लोगों को पाल रखा था और जिन्होंने अवैध संपत्ति जमा कर रखी थी, उन पर बुलडोजर चल रहा है, इसलिए ये लोग अदालत का दरवाजा खटखटा रहे हैं और अदालत को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। बता दें कि योगी सरकार के पहले कार्यकाल में अल्पसंख्यक मंत्री रहे मोहसिन रजा को दूसरी बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी। हालांकि, उनको हज समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।