उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है। इस बीच महान दल ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन खत्म करने का ऐलान कर दिया है। महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने गठबंधन तोड़ने की घोषणा करते हुए समाजवादी पार्टी पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।
एमएलसी सीट नहीं मिलने से केशव देव मौर्य काफी नाराज चल रहे थे। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि दबाव डालने वालों को राज्यसभा और विधानसभा भेज रहे हैं। उन्होंने कहा, “अखिलेश बात तक नहीं करते हैं। अब सपा को मेरी जरूरत नहीं इसलिए अलग हो रहा हूं।”
चैनल न्यूज 18 के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चटुकारों से घिरे हैं और उन्हें जमीनी कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी उपेक्षा की गई है। वह मुझसे बात भी नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में महान दल को सिर्फ दो सीटें दी गईं और वो भी सपा के चिन्ह पर। उन्होंने कहा, “मैंने अखिलेश यादव से कहा था कि लोकसभा सीट पर मुझे एटा या फर्रुखाबाद से लड़वाया जाए, लेकिन नहीं सुना गया। फर्रुखाबाद का प्रभारी सपा ने हमारे ही समाज के एक नेता को बना दिया। मेरी सिर्फ उपेक्षा की गई है।”
वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य से भी केशव देव मौर्य काफी नाराज चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य पहले बसपा में थे, फिर बीजेपी में चले गए और फिर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। ऐसा व्यक्ति जो पार्टी बदलता रहे उसको क्या कहेंगे आप? लेकिन अखिलेश उन पर मेहरबान हैं। इसे लेकर केशव देव मौर्य की नाराजगी देखने को मिल रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जैसा कहते हैं स्वामी प्रसाद मौर्य वैसा ही करते हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य सपा प्रमुख की कठपुतली हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधान परिषद चुनाव को लेकर सियासी हलचल काफी तेज है। 9 जून को नामांकन की आखिरी तारीख है। इस बीच, ऐसी खबरें आ रही थीं कि समाजवादी पार्टी बाहर के किसी नेता को उम्मीदवार नहीं बनाएगी। इसके बाद से ही सपा गठबंधन में दरार आने लगी थी।