अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टियों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अच्छी पकड़ रखने वाली पार्टी ‘कौमी एकता दल’ का मंगलवार (21 जून) को समाजवादी पार्टी (सपा) में विलय हो गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रांतीय प्रभारी और यूपी के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस विलय का औपचारिक ऐलान करते हुए कहा कि इससे सपा मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि अंसारी पहले भी सपा में रह चुके हैं और अब वह अपने घर वापस आ गए हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या जेल में बंद कौमी एकता दल विधायक मुख्तार अंसारी सपा में शामिल हो रहे हैं या नहीं, शिवपाल ने कहा, ‘अभी यहां मौजूद सभी लोग सपा में शामिल हो रहे हैं।’
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इसके साथ ही शिवपाल यादव ने यह भी कहा कि जेल में बंद ‘कौमी एकता दल’ के नेता मुखतार अंसारी से फिलहाल उनकी बात नहीं हुई है। कौमी एकता दल अध्यक्ष अफजल अंसारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बड़े-बड़े वादे करने वाली बीजेपी की सरकार अपने दो साल के कार्यकाल में नाकाम साबित हुई है और अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए वह साम्प्रदायिकता का सहारा ले रही है।
मुख्तार अंसारी राजनीति में आने से पहले गेंगस्टर थे। वह मऊ से चार बार चुनाव भी जीत चुके हैं। फिलहाल वह गाजीपुर से बीजेपी नेता कृष्णानंद राय के कत्ल के आरोप में सजा काट रहे हैं।