बुलंदशहर के पूर्व एसएसपी कृष्ण बहादुर सिंह पर संगीन आरोप लगाते हुए कुछ पोस्टरों के शहर में लगने के बाद पुलिस ने जांच के आदेश दिए हैं। इन पोस्टरों में आरोप लगाया गया है कि सिंह ने घूस लेने के बाद एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार नहीं किया। ये पोस्टर बुलंदशहर के खुर्जा इलाके में नजर आए। बता दें कि स्याना पुलिस स्टेशन के इंचार्ज इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हिंसा के दौरान हत्या के पांच दिन बाद 8 दिसंबर को सिंह का तबादला लखनऊ स्थित डीजी हेडक्वॉर्टर कर दिया गया था। बता दें कि इलाके में गोकशी की अफवाहों के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर के अलावा सुमित नाम के शख्स की मौत हो गई थी।
पोस्टर लगने के विवाद पर बुलंदशहर के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि अडिशनल एसपी क्राइम शिव कुमार यादव इस मामले की जांच कर रहे हैं। एसएसपी के मुताबिक, पोस्टर में लगे आरोपों समेत सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। बता दें कि खुर्जा के इस्लामाबाद गांव के रहने वाले हाजी आरिफ पर 42 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 4 गोकशी के मामले हैं। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी है। यह जानकारी खुर्जा के सीओ गोपाल सिंह ने दी है। सीओ ने बताया, ‘इलाके में शांति व्यवस्था भंग करना चाह रहे कुछ शरारती तत्वों ने पोस्टर लगवाए हैं। आरोप पूरी तरह से झूठे हैं।’
पोस्टरों में पूर्व एसएसपी के अलावा राजनेताओं पर भी आरोप लगाए गए हैं कि इन लोगों ने गोकशी के धंधे में आरिफ की मदद की। हालांकि, नेताओं के नाम का जिक्र नहीं किया गया है। पोस्टर के मुताबिक, आरिफ ने पुलिस कॉन्स्टेबल से लेकर सब इंस्पेक्टर तक को खरीद रखा है। पोस्टर में यह भी आरोप लगाया गया है कि आरिफ ने एसएसपी केबी सिंह को 1 करोड़ रुपये दिए। वहीं, केबी सिंह ने कहा कि वह पोस्टरों के बारे में नहीं जानते और पांच दिन पहले ही बुलंदशहर छोड़ चुके हैं। आरिफ से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा, ‘बुलंदशहर में इस वक्त तैनात अफसरों से बात करो।’
सब इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने बताया, ‘पुलिस ने इस्लामाबाद गांव में निर्माणाधीन मकान पर छापा मारा और 21 सांडों के सिर और एक जिंदा सांड बरामद किए। आरिफ समेत 8 लोगों के खिलाफ गोकशी का मामला दर्ज किया गया। इस मामले में तीन लोग वकील, उसके बेटे फिरोज उर्फ सोनू और नवाब को गिरफ्तार किया गया। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। स्थानीय अदालत ने आरिफ को भगोड़ा घोषित कर रखा है। पुलिस उसकी संपत्ति को जब्त करने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगेंगी।’
