लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस ने तन्‍वी सेठ का पासपोर्ट रद्द कर दिया है। दैनिक भास्कर में छपी एक खबर के मुताबिक पुलिस जांच में उनसे जुड़ी गलत जानकारियां सामने आई हैं। इसके अलावा तन्‍वी सेठ उर्फ सादिका अनस के पति मोहम्मद अनस का भी पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। गलत जानकारी देने के आरोप में तन्‍वी पर पांच हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पासपोर्ट अधिनियम के तहत तन्वी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो सकती है।

ध्यान रहें कि मोहम्मद अनस और उनकी पत्नी तन्वी सेठ ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि वे 20 जून को पासपोर्ट रिन्यू कराने के लिए लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस पहुंचे थे जहां पासपोर्ट सेवा ऑफिसर विकास मिश्रा ने अनस से कहा कि वह हिन्दू धर्म अपना लें। जब दोनों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो मिश्रा उन पर चिल्लाने लगे। साथ ही उन्होंने तन्वी से सभी दस्तावेजों में अपना नाम बदलने को कहा।

इसके अलावा पासपोर्ट अधिकारी ने तन्वी सेठ संग दुर्व्यवहार भी किया। घटना के बाद दोनों घर लौट आए थे और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। मामला तूल पकड़ने पर आरोपी अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करके उसका तबादला गोरखपुर कर दिया गया था। उसके बाद अनस और तन्वी के पासपोर्ट जारी कर दिये गए थे।

रिपोर्ट के मुताबिक तन्वी सेठ का पासपोर्ट रद्द करने से जुड़ी कार्रवाई लोकल इंटेलीजेंस यूनिट की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। एसएसपी दीपक कुमार ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच करा ली गई है। रिपोर्ट लोकल पासपोर्ट ऑफिस को भेज दी गई है। तन्वी पिछले एक साल से लखनऊ में नहीं रह रहीं थी। वह नोएडा में रहती हैं और वहीं कुछ काम करती हैं।

बता दें कि अनस और तन्वी ने 2007 में शादी की थी। उनकी छह साल की एक बेटी भी है और दोनों नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करते हैं। अनस के मुताबिक तन्वी और उन्होंने 19 जून को पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था और लखनऊ में पासपोर्ट सेवा केंद्र में उन्हें 20 जून को बुलाया गया था।