उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर तलवार चलाना शुरू कर दिया है। इसके बाद से राजधानी समेत पूरे राज्य में की जगहों पर मीट कारोबारियों ने हड़ताल कर दी है। इसके परिणामस्वरुप चिकन, मटन और भैसे की मीट को लेकर भारी किल्लत हो गई। राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज इलाके का मदीना होटल सालों से अपने मांसाहरी खाने के लिए जाना जाता है। लेकिन सोमवार को यहां नहारी और मटन स्टू की जगह होटल वाले दाल और चावल बेचने के लिए मजबूर हो गए। यह हाल सिर्फ यहीं का नहीं बल्कि प्रशासन की ताबड़तोड़ छापेमारी की वजह से अधिकतर दुकानें बंद हैं। कुछ ऐसा ही हाल टुंडे कबाबी के यहां भी देखने को मिला। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को टुंडे कबाबी के भैसे कबाब खाने पहुंचे लोगों का मायूस होना पड़ा। उनका कहना था कि वह कई किलोमीटर दूर से कबाब खाने आए थे, लेकिन उन्हें मटन का कबाब मिला।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक हड़ताल के दौरान 5000 से ज्यादा मीट की दुकानें बंद रही। चैनल से बातचीत में लखनऊ चिकन कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि हमारे लाइसेंस रीन्यू नहीं किए जा रहे हैं और प्रशासन द्वारा अनावश्यक रूप से हमें परेशान किया जा रहा है। नए लाइसेंस क्यों जारी किए जा रहे हैं यह मेरी समझ से परे है। सोमवार से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। राजाधानी के और इसके आसपास की अधिकतर मीट शॉप्स शक्रवार से ही बंद है। हमने शुक्रवार रात को सभी मीट बेचने वालों से अपील की थी वह बचा हुआ स्टॉक बेच कर सोमवार से हमारे साथ हड़ताल पर बैठे।
योगी आदित्य नाथ के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य भर में अवैध बूचड़खानों पर धड़ाधड़ छापेमारी चल रही है। कई अवैध बूचड़खानों को बंद करवाया जा चुका है। पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि गो-हत्या और अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों पर तत्काल रोक लगाई जाए। योगी सरकार के इस कदम के विरोध में राज्य भर के मांस विक्रेताओं ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। दुकानदारों ने योगी आदित्य नाथ से ‘देश के लिए लड़ने को कहा है, गोश्त के लिए नहीं।’ चिकन और मटन बेचने वालों के साथ मछ्ली बेचने वाले दुकानदार भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं।
वहीं, योगी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सिद्घार्थ नाथ सिंह ने बूचड़खानों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर अधिकारियों को अति उत्साही होने से बचने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से चलने वाले बूचड़खानों पर ही कार्रवाई की जाए। जिनके पास लाइसेंस हैं उन्हें परेशान ना किया जाए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को कहा सरकार ने चिकन और अंडे की दुकानों को बंद करने के लिए नहीं कहा है तो जो भी यह अफवाह उड़ा रहा है लोग उनकी अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ उन बूचड़खानों पर की जा रही है जो कि अवैध रूप से चल रहे हैं, इसलिए उन लोगों को डरने की जरूरत नहीं है जिनके पास लाइसेंस हैं।