भाजपा सांसद हुकुम सिंह की कांधला से कथित पलायन करने वालों की लिस्ट की जांच में सरकारी अधिकारियों ने चार लोगों को मृत बताया था। इन चार में से एक युवक जिंदा लौट आया। योगेंद्र सेठी नाम के इस शख्स को इस बारे में अपने पड़ोसियों से पता लगा था। उसके बाद वह रविवार को कांधला यह साबित करने आ गया कि वह जिंदा है।
योगेंद्र ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘कांधला में परेशान करने वाली स्थिति की वजह से मैंने मेरी मां के साथ एक साल पहले दिल्ली शिफ्ट होने का फैसला किया था।’
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भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने 14 जून को हिंदुओं के कथित पलायन करने वाले परिवारों की लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में 63 नाम थे। जब प्रशासन ने इन 63 परिवारों की तो उन्होंने लिस्ट में शामिल चार लोगों को मृत बता दिया। कैराना के एसडीएम राम अवतार गुप्ता सांसद की 346 परिवारों की लिस्ट की जांच का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंन कहा कि हो सकता है कि पड़ोसियों ने गलत जानकारी दी हो, उनकी टीम ने जांच में पड़ोसियों से भी बातचीत की थी।
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एसडीएम ने कहा, ‘जांच टीम का नेतृत्व रैवन्यू ऑफिसर कर रहे थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर तैयार की थी। इस मामले में ऐसा हो सकता है कि पड़ोसियों ने टीम को बताया हो कि योगेंद्र की मौत हो चुकी है।’
रैवन्यू ऑफिसर राधेश्याम ने दोबारा से योगेंद्र के दावे को जांचने क्षेत्र का दौरा करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि पड़ोसी योगेंद्र के भाई को लेकर कंफ्यूज होंगे, जिसकी वास्तव में मौत हो चुकी है।’
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योगेंद्र ने कहा कि मैं प्रशासनिक अधिकारियों से रिकॉर्ड्स सही कराने को लेकर मिलूंगा।