उत्तर प्रदेश में फिर से गौ मांस को लेकर तनाव पैदा हो गया है। इस बार मामला बागपत जिले के गौसपुर गांव का है। मिली जानकारी के मुताबिक, गांव में एक कसाई के घर में 150 किलो गाय का मांस रखा हुआ था। पुलिस ने कसाई के घर पहुंचकर खुद सारे मांस को जब्त कर लिया। पुलिस ने कहा है कि उन्हें उस कसाई के घरपर मांस होने की जानकारी दी गई थी। पुलिस ने मांस को जब्त करने के साथ ही घर में ही कसाईखाना होने का भी शक जाहिर किया है। मामले की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। वे वहां पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारे भी लगा रहे थे लेकिन पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने उनको किसी तरह काबू में कर लिया। इसकी वजह से स्थिति बिगड़ने से बच गई।

यूपी में गौमांस को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। पिछले साल 9 सितंबर को यूपी के ही दादरी के बिसहाड़ा गांव में अखलाक नाम के शख्स की गौमांस लेकर जाने के आरोप में मार-मारकर जान ले ली गई थी। इस मामले में पहले कहा गया कि मांस गाय का नहीं था लेकिन बाद में आई एक फोरेंसिक रिपोर्ट में कहा गया कि मांस गाय का ही था। उस मामले में मोहम्मद अखलाक के बेटे को मथुरा लैब में भेजे गए मीट पर शक था। अखलाक के बेटे सरताज ने कहा था कि मथुरा की लैब में टेस्ट करने के लिए जो मीट भेजा गया था उसे वहां भेजे जाने से पहले ही बदल दिया गया था। सरताज ने यह बात मंगलवार (26 जुलाई) को कही। सरताज ने यह भी बताया कि वह बुधवार को यूपी के डीपीजी जावेद अहमद से मिल सकते हैं। जावेद से मिलकर सरताज उस मीट को देखना चाहते हैं जिसका सैंपल लैब में भेजा गया था। सरताज ने यह भी बताया कि वह अपने पिता अखलाक और परिवार के बाकी 6 लोगों पर दर्ज FIR के खिलाफ अपील करने के लिए इलाहबाद कोर्ट भी जाएंगे। उनके परिवार पर FIR 14 जुलाई को दर्ज हुई थी। इसमें गोहत्या और पशु क्रूरता का मामला दर्ज किया गया है।

Read Also: दादरी मामले में अबतक क्या हुआ, क्लिक करके पढें