वाराणसी के गांव कलछीना में रहस्यमय बुखार से तीन लोगों की मौत हो गई। बुखार के प्रकोप व लगातार हो रही मौत से दहशत में आए ग्रामीणों ने गांव में एक पंचायत का आयोजन किया। पंचायत में ग्राम प्रधान के न पहुंचने पर भी ग्रामीणों में आक्रोश नजर आया। पंचायत में गांव में सफाई व्यवस्था को लेकर गांव के चारों ओर कूड़ेदान निर्धारित कर उनकी समय पर सफाई करने की मांग की गई। पंचायत में गांव में सफाई व्यवस्था दुरूस्त न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।
गांव की बड़ी मस्जिद स्थित चौपाल में मौलाना अबूल कलाम आजाद सोशल वैलफेयर सोसायटी के बैनर तले आयोजित पंचायत की अध्यक्षता मुफ्ति इस्तगार ने व संचालन मास्टर इरफान ने किया। गांव वालों का कहना था कि गांव में अब तक बुखार से दर्जनभर से अधिक मौत हो चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन के किसी अधिकारी ने गांव में आकर देखना भी मुनासिब नहीं समझा। इस मौके पर मौलाना रफीक व मोहम्मद इमरान ने कहा कि गांव में चल रही महामारी व बुखार का कारण गांव में सफाई व्यवस्था न होना है।
उन्होंने ग्राम प्रधान के पंचायत में न आने पर भी एतराज जताते हुए मांग की कि गांव में सफाई व्यवस्था के लिए गांव के चारों ओर खत्ते (कूडादान) व गांव के विभिन्न स्थानों पर डस्टबिन रखी जाए और समय पर उनकी सफाई की जाए। इसके अलावा पंचायत में यह भी निर्णय लिया गया कि गांव का एक प्रतिनिधीमंडल शीघ्र ही एसडीएम से मिलकर गांव में सफाई व्यवस्था कराए जाने की मांग करेगा। गांव कलछीना में एक मासूम समेत तीन अन्य लोगों की मौत होने की बात सामने आई है। रहस्यमय बुखार से मरने वालों में गांववासी साबिर (40), मुन्ना उर्फ छोटू (13) पुत्र वसीम व मासूम राघव (2) पुत्र विनोद शामिल हैं।