देश में इन दिनों मंदिर- मस्जिद विवादों ने तूल पकड़ा हुआ है। इसी बीच कृष्ण जन्मभूमि के पक्षकार और हिंदू आर्मी के नेता मनीष यादव ने वीडियो जारी कर कोर्ट से बड़ी अपील की है। यादव ने मांग की है कि कृष्ण जन्मभूमि पक्ष की सुनवाई रामलला जन्मभूमि विवाद की तर्ज पर हो। हाईकोर्ट अपनी निगरानी में पूरी जांच और सुनवाई करे। इसके साथ एक निश्चित समय सीमा के अंदर इस पर फैसला दिया जा सके।

मनीष यादव ने वीडियो जारी कर अपने बयान में कहा कि “मैं कृष्ण जन्मभूमि विवाद में पक्षकार हूं। मेरी ओर से 5 मई को इलाहबाद हाईकोर्ट में कृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर मेरी ओर एक याचिका दायर की गई थी, जिसकी सुनवाई गुरुवार (12 मई) को 11 बजे है। उस याचिका में मैंने कहा कि माननीय न्यायालय मथुरा में मेरे द्वारा जो वाद दायर किया हुआ है उसकी एक समय सीमा निर्धारित की जाए और विवादित ढांचे का सर्वे कराया जाए।”

आगे उन्हें कहा कि “जिस तरह अयोध्या विवाद का ट्रायल हाईकोर्ट बेंच की सीधी निगरानी में कराया गया, ठीक उसी प्रकार मथुरा विवाद का ट्रायल सीधा हाईकोर्ट बेंच में शुरू किया जाए और हिन्दू सनातन समाज को न्याय मिल सके। यह मेरी माननीय हाईकोर्ट से प्रार्थना हैं।“

हिन्दू आर्मी के नेता मनीष यादव खुद को भगवान श्री कृष्ण का वंशज बताते हैं। उन्होंने मथुरा की जिला अदालत में श्री कृष्ण जन्मभूमि की कटरा केशवदेव की 13.37 एकड़ जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए दावा पेश किया है। इसमें उनकी ओर कहा गया कि यह उनका अधिकार है कि वह अपने पूर्वजों की जमीन से अतिक्रमण हटवाएं। इसके साथ अदालत पूर्व में हुए समझौते को भी रद्द करें।

इससे पहले हिन्दू पक्ष की ओर से वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने दावा करते हुए कहा कि “श्रीकृष्ण जन्मभूमि के बगल में मूल गर्भ गृह बना हुआ है, इसे मस्जिद कहते हैं, जबकि वास्तव में ये एक मंदिर है। भगवान वहीं प्रकट हुए थे और वहां की जो दीवारें हैं उन पर शंख, चक्र, कमल के फूल, शोषनाग बने हैं, जो चित्रकारी है एक हिंदू स्थापित कला है। यह साफ प्रदर्शित होती है।”