Gyanvapi ASI Survey: वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे (Gyanvapi ASI Survey) का आज छठवां दिन है। एएसआई की टीम सुबह 8 बजे ज्ञानवापी परिसर पहुंची। बुधवार को भी तहखाने और गुंबद का सर्वे किया जाएगा। सर्वे के काम में एएसआई की 50 लोगों की टीम लगी हुई है। मंगलवार को मंदिर की पश्चिमी दीवार से सर्वे का काम शुरू किया, इसके बाद टीम तहखाने तक पहुंची और फिर मस्जिद के गुंबदों का भी निरीक्षण किया गया है।

IIT के विशेषज्ञ को सकते हैं शामिल

सर्वे के पांचवें दिन मंगलवार को मुख्‍य केंद्र नंदी के ठीक सामने स्थित व्‍यास तहखाना(दक्षिणी तहखाना) रोशनी आदि के प्रबंध के बीच जरूरी साक्ष्य जुटाए गए। इस दौरान डिफरेंशियल ग्‍लोबल पोजिशनिंग सिस्‍टम (डीजीपीएस) और ग्‍लोबल नेविगेशन सैटलाइट सिस्‍टम (जीएनएनएस) सहित ग्राउंड पैनिट्रेटिंग रेडार (जीपीआर) का प्रयोग किया गया। मंगलवार को सर्वे के दौरान एएसआई ने तहखाने और उसके नीचे की संरचना की जानकारी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक आज सर्वे में आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों सर्वे में शामिल हो सकते हैं।

हिंदू पक्ष ने क्या किया दावा

सर्वे को लेकर हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया है कि तहखाने में मंदिर से जुड़ी कलाकृतियां बनी हैं। दावा है कि तहखाने में त्रिशूल मिलने, मूर्तियां, कलश और कमल के फूल जैसी आकृतियां मौजूद हैं। हालांकि मुस्लिम पक्ष की ओर से इस पर आपत्ति भी जाहिर की गई। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि सर्वे के लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। अंजुमन इंतजामिया कमेटी के वकील अखलाक अहमद ने कहा कि जिसे हिंदू पक्ष त्रिशूल बता रहा है वो दरअसल अल्लाह लिखा है।

अब तक सर्वे में क्या मिला?

ASI की टीम ने तहखाने में ग्‍लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्‍टम (GNSS) समेत कई मशीनें लगाकर जांच की। GNSS ध्‍वस्‍त प्राचीन इमारतों की मलबे के ऊपर से बेहद सटीक माप करने में सक्षम है। दो टीमों ने मस्जिद के तीनों गुंबदों की नापजोख करने के साथ उनकी आकृति आदि का अध्‍ययन किया। सूत्रों के मुताबिक दक्षिण दिशा के तीसरे गुंबद के नीचे के पत्‍थर के स्‍ट्रक्‍चर पर फूल-पत्ती व अन्‍य कलाकृतियां दिखाई दीं। ज्ञानवापी के तीन हिस्‍सों में बंटे हॉल के बीच वाले हिस्‍से में 23 ताखे मिले। इनकी ऊंचाई करीब दो फुट और चौड़ाई करीब एक फुट है। ताखों पर कोई डिजाइन नहीं मिली, जबकि उनके आसपास डिजाइन है। गुंबदों की गोलाकार छत मिली है, जिस पर कई तरह के डिजाइन हैं। यहां की दीवारों में मंदिरों में दिखने वाली 20 से अधिक आले यानी दीवार में बना अलमारियां मिली है।