दिल्ली में यमुना तो पिछले कई दिनों से अपना रौद्र रूप दिखा ही रही है, इस बीच अब पहाड़ी राज्यों में गंगा ने भी अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस समय गंगा खतरे के निशान के काफी पास पहुंच चुकी है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से जमीन पर स्थिति विस्फोटक बनी हुई है।
इस बीच खबर आई है भीमगोड़ा बैराज का एक गेट टूट गया है। उस गेट के टूटने की वजह से एक ही बार में कई क्यूबिक पानी छोड़ा जा चुका है। जानकारों के मुताबिक इस वजह से सिर्फ पहाड़ी राज्यों में नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
भीमगोड़ा बैराज का एक गेट टूटा
जानकारी के मुताबिक रविवार को भीमगोड़ा बैराज का गेट नंबर 10 अचानक से टूट गया, इस वजह से गंगा का जलस्तर 293.15 मीटर पर पहुंच गया। यहां ये समझना जरूरी है कि खतरे का लेवल 293 मीटर है, यानी कि यमुना के बाद गंगा भी खतरे के निशान पर पहुंच चुकी है। वैसे गेट टूटने के तुरंत बाद ही जिला प्रशासन की ओर से गंगा के किनारे रहने वाले लोगों को वहां से दूर जाने के लिए कह दिया गया था।
यूपी में खतरा कहां-कहां?
इसके अलावा यूपी के कुछ जिलों में भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर, बुलंदशहर और मेरठ जैसे जिलों में गंगा के बढ़े हुए जलस्तर से नुकसान पहुंच सकता है। अब गंगा का ये बढ़ा हुआ जलस्तर कब सामान्य होगा, अभी स्पष्ट नहीं। लेकिन मौसम विभाग ने उत्तराखंड को लेकर एक बड़ी चेतावनी जारी कर दी है। जोर देकर कहा गया है कि सोमवार को उत्तराखंड के 13 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसी वजह से अभी के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है
मेरठ हुआ जलमग्न
पहाड़ों पर तो स्थिति विस्फोटक बनी हुई है, लेकिन यूपी के मेरठ में भी इस समय हालात अच्छे नहीं है। 15 गांव पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं। बताया जा रहा है गंगा का जो जलस्तर बढ़ा है, उसका सबसे ज्यादा असर मेरठ पर देखने को मिला। अभी के लिए उन गांवों में बचाव कार्य किया जा रहा है। पूरी कोशिश है कि पानी में फंसे लोगों का जल्द से जल्द रेस्क्यू किया जाए।
हिंडन ने बढ़ाई चिंता
वैसे मेरठ में अगर उफनती गंगा नदी ने चिंता बढ़ाई है तो गौतमबुद्ध नगर में हिंडन में अचानक से बढ़े जलस्तर से लोगों में डर बैठ गया है। प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई है कि अभी हिंडन का जलस्तर 198.95 मीटर चल रहा है। ये खतरे के निशान के काफी करीब है। सभी से सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए कहा गया है।