उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल की बहुप्रतीक्षित पहली बैठक आगामी चार अप्रैल को होगी। इसमें किसानों की कर्जमाफी का फैसला होने की सम्भावना है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि राज्य मंत्रिमण्डल की पहली बैठक आगामी चार अप्रैल की शाम पांच बजे होगी।
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रियों ने गत 19 मार्च को शपथ ली थी। आमतौर पर शपथ के फौरन बाद या अगले दिन मंत्रिमंडल की पहली बैठक होती है, लेकिन मौजूदा सरकार में यह बैठक 16वें दिन होगी।
First UP government Cabinet meeting will be on April 4 at 5 pm: Siddharth Nath Singh, UP Minister pic.twitter.com/GVek6aLahj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 2, 2017
माना जा रहा है कि इस बैठक में राज्य के किसानों का फसली कर्ज माफ करने का निर्णय लिया जाएगा। भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में इसका वादा किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी हर चुनावी सभा में जनता को भरोसा दिलाया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली ही बैठक में वह प्रदेश का सांसद होने के नाते किसानों का कर्ज माफ करवाएंगे।
मालूम हो कि प्रदेश में दो करोड़ से ज्यादा लघु तथा सीमान्त किसान हैं, जिन पर करीब 62 हजार करोड़ रूपये का कर्ज है। 19 मार्च को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ एक के बाद एक अब तक 50 फरमान सुना चुके हैं। हालांकि, उन्होंने इस बीच एक भी मीटिंग नहीं किया है। इसमें अवैध बूचड़खानों पर बैन, एंटी-रोमियो स्क्वॉड मुख्य हैं। पिछले कुछ दिनों से उनके फैसले ही मुद्दे बने हुए हैं। उन्होंने कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए सख्त पुलिसिंग का आदेश दिया है ताकि कोई भी ईव-टीजिंग की घटना न हो। इससे लड़कियों और महिलाओं में सुरक्षा का भाव देखा गया है। राज्य के अलग-अलग शहरों में एंटी-रोमियो स्क्वॉड ने कई मनचलों को पकड़ा है।
प्रशासन अब तक प्रदेश में कई बूचड़खाने बंद करवा चुकी है। अकेले यूपी ही नहीं बल्कि योगी आदित्य नाथ के अवैध बूचड़खानों को बंद करने के आदेश के बाद 4 और बीजेपी शासित राज्यों ने भी इसे अपने लागू किया। राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सरकार ने अवैध बूचड़खानों और दुकानों को बंद करने के आदेश दिए गए। योगी आदित्य नाथ ने पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे कि गो-हत्या और अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों पर तत्काल रोक लगाई जाए। योगी सरकार के इस कदम के विरोध में राज्य भर के मांस विक्रेताओं ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। दुकानदारों ने योगी आदित्य नाथ से ‘देश के लिए लड़ने को कहा है, गोश्त के लिए नहीं।’