सत्ता का रसूख दिखाने में कोई भी पीछे नहीं रहना चाहता। उत्तर प्रदेश में पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी के खिलाफ गुंडई को मुद्दा बनाकर सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई के एक नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अन्नु पंडित द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों को बंधक बना के रखने के आरोप में पुलिस ने कार्यवाई की है।
मामला ग्रेटर नोएडा के बादलपुर का है। यहां भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अन्नु पंडित पर उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के अधिकारियों को दो घंटे बंधक बना के रखने का आरोप है। इस दौरान अन्नु के समर्थन में करीब 100 लोग बादलपुर स्थित बिजली विभाग के ऑफिस पर मौजूद थे। जहां सब डिवीजनल ऑफिसर (एसडीओ) संजय कुमार शर्मा और अन्य अधिकारियों को कथितरूप से बंधक बना लिया गया।
घटना पर एसडीओ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि, ‘ऑफिस में मीटिंग के लिए जूनियर इंजीनियर मनोज कुमार सिंह और एक अन्य एसडीओ मुकेश मौजूद थे। इसी दौरान अन्नु पंडित अपने करीब 100 समर्थकों के साथ आ जाते हैं और सबके फोन छीनकर अपने कब्जे में कर लेते हैं’। शर्मा आरोप लगाते हैं कि, ‘अन्नु पंडित कहते हैं कि, अगर उनकी मांग नहीं पूरी की गई तो परिणाम गंभीर होंगे’। शर्मा ने बताया कि, ‘करीब दो घंटे तक उनको बंधक बनाए रखा गया। इस दौरान बाहर मौजूद ऑफिस के ही किसी पुलिस को मामले की सूचना दी। इसके बाद भी भाजपा नेता और उसके समर्थक धमकी दे रहे हैं’।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा नेता बिजली विभाग के अधिकारियों को एक एफआईआर वापस लेने के लिए धमका रहा था। 2017 में विभाग की तरफ से दादरी के अछेजा गांव में बिजली चोरी को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। मामले पर एसडीओ ने बताया कि, ‘अप्रैल 2017 में बिजली चोरी को लेकर भवन स्वामी महेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस पर अन्नु पंडित ने धमकी दी थी कि अगर मुकदमा वापस लेकर बिजली सप्लाई न चालू की तो मुंह काला कर और कपड़े फाड़कर घुमाया जाएगा’।
वहीं, मामले पर बादलपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया कि, अन्नु पंडित, अतुल पंडित, राज नागर और 100 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी पर आईपीसी की धारा 147, 342, 363, 427, 504 और 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।