बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ विवादों में घिरती नजर आ रही है। फिल्म के एक किरदार को लेकर कानपुर के एक वकील ने कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है कि फिल्म में एक भाग ऐसा है जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। वकील ने इस मामले में कुल सात लोगों के खिलाफ परिवाद दर्ज कराने के लिए सीएमएम कोर्ट में अर्जी दी है। वकील रिजवान हैदर रिजवी का कहना है कि फिल्म रईस में शिया समुदाय के मातमी जुलूस में शराब माफिया द्वारा शिया समुदाय के हजरत अब्बास और इमाम हुसैन की छोटी बेटी बीबी सकीना के नामों का उच्चारण किया गया है जो कि शिया समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। कोर्ट ने दाखिल अर्जी पर फिलहाल कोई आदेश नहीं दिया है।

फिल्म ‘रईस’ में शाहरुख इसी समुदाय से जुड़े व्यक्ति रईस का चरित्र चित्रण कर रहे हैं जो फिल्म की पटकथा के अनुसार शराब का बड़ा तस्कर है। उसका चरित्र अत्यधिक घिनौना और कानून के विरुद्ध कार्यो में लिप्त होना दिखाया गया है। ऐसे में शाहरुख खान का मातमी जुलूस में धार्मिक चोला पहनकर धार्मिक व्यक्ति का अभिनय करने से उनकी आस्था को गंभीर ठेस पहुंची है। इस मामले में शाहरुख के साथ फिल्म निर्माता उनकी पत्नी गौरी फिल्म के निर्देशक व पटकथा लेखक राहुल ढोलकिया के साथ हर्षित मेहता, नीरज शुक्ला, अशीष वासी, फरहान अख्तर को भी पक्षकार बनाया गया है।

गौरतलब है कि शाहरुख खान की फिल्म रईस 25 जनवरी को रिलीज हुई थी। यह फिल्म कई वजहों से पहले भी सुर्खियों में रह चुकी है। इससे पहले बीजेपी के कुछ नेता भी उनपर बयानबाजी कर चुके हैं। वो भी उस बात के लिए जो उन्होंने दो साल पहले कही थी। इस फिल्म की प्रमोशन के लिए शाहरुख खान ने सनी लियोन के साथ और रईस की टीम के साथ रेल सफर की। उनकी यह यात्रा भी विवादों से नहीं बच पाई। इसके बाद फिल्म डायरेक्टर राकेश रोशन ने उनकी टीम पर काबिल की तुलना में ज्यादा स्क्रीन कब्जाने का आरोप लगा दिया। इन्ही वजहों से किंग खान साल की शुरुआती में ही विवादों में घिर गए हैं।