योगी आदित्यनाथ की मंत्रिपरिषद में उन्नाव के पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर जिले में गुरुवार को उत्सव का माहौल रहा। पाठक वर्ष 2004 में पहली बार उन्नाव से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर सांसद बनकर दिल्ली पहुंचे थे। अपने पहले कार्यकाल में ही उन्होंने प्रदेश में मिनी मुख्यमंत्री के रूप में पहचान बनाई थी।

इस दौरान उन्नाव के 16 में से 15 विकास खण्डों में बसपाई ब्लाक प्रमुख बनवाएं थे। सबसे महत्वपूर्ण काम उन्नाव और कानपुर के बीच गंगा नदी पर पुल बनवाने का था। इससे दोनों जिलों में आवागमन और सुलभ हो गया था। दिनेश शर्मा की जगह ब्रजेश पाठक को ब्राह्मण चेहरे के रूप में मंत्रिपरिषद में जगह मिलने से प्रदेश की राजनीति में उनका प्रभाव और बढ़ेगा।

इसके बाद राज्य सभा सदस्य और योगी मंत्रिमंडल में कानून मंत्री रहते भी उन्होंने उन्नाव के जनसामान्य से अपनी निकटता बनाए रखी। उनके उप मुख्यमंत्री बनने की खबर मिलते ही निकटस्थ लोग शहर के मोहल्ला आवास विकास में बने उनके आवास पर जमा होकर एक दूसरे को बधाई देते देखे गए।

ब्रजेश पाठक की पत्नी निर्मला पाठक तत्कालीन प्रदेश की (महिला आयोग की उपाध्यक्षा) यहां की सदर सीट से चुनाव लड़ी, लेकिन जीत नही सकी। बसपा शासन में ब्रजेश पाठक के नजदीकी रिश्तेदार अरविंद त्रिपाठी गुड्डू विधान परिषद में स्थानीय निकाय सदस्य रहे। उन्नाव और हरदोई जिलों की सीमा पर स्थित कस्बा मल्लावां में बने उनके पैतृक आवास पर भी काफी भीड़ रही।