ताजमहल में प्रवेश से रोके जाने का आरोप लगाने वाले अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। परमहंस दास ताज महल को ‘तेजो महालय’ बता रहे हैं और वे आगरा जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। बीती रात आगरा पुलिस उन्हें अयोध्या छोड़ गई और इसके बाद से तपस्वी छावनी के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

यूपी तक से बात करते हुए परमहंस दास ने कहा कि उनको पुलिस की तरफ से चेतावनी दी गई है कि अगर वे फिर से जिद करते हैं तो ‘तेजो महालय’ में जाने से हमेशा के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि विदेशी मुगल आक्रांताओं के द्वारा 40 हजार हिंदू मंदिरों का जो अतिक्रमण हुआ है, दोबारा सरकार एक टीम गठित करे और उसकी जांच कराए।”

परमहंस दास का कहना था, “तेजो महालय में मुझे जाने नहीं दिया जा रहा है, ऐसे 40 हजार हिंदू मंदिरों को मुगलों ने तोड़ा था और कब्जा किया था। उसको अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए हमारा अभियान जारी है और जारी रहेगा। मैंने घोषणा किया था कि पांच मई को तेजो महालय में जाकर भगवान शिव की प्राण प्रतिष्ठा करूंगा और भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सनातन धर्म संसद का आयोजन करूंगा।”

तपस्वी छावनी के महंत ने कहा, “देश का बंटवारा हिंदू-मुसलमान के नाम पर हुआ है और इसलिए यह आवश्यक है कि भारत हिंदू राष्ट्र बने, 100 करोड़ हिंदू भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं। हम प्रखर राष्ट्रवादी हैं और हम देश का एक रूपए का भी नुकसान नहीं चाहते हैं।हम शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात को रख रहे हैं और आगे भी रखते रहेंगे।”

उन्होंने कहा, “मैं वहां पहुंचूंगा और मेरे मंत्रोच्‍चार से शंकर भगवान वहां प्रकट हो जाएं, आक्रांताओं द्वारा दबाई गई पिंडी बाहर आ जाए तो किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए।” उनका कहना था कि पहले उन्होंने कोई घोषणा नहीं थी, इसके बावजूद उनको प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई।