उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के हरदुआगंज में गुरुवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड में दो बदमाश मारे गये गए। इस दौरान एक पुलिस अधिकारी पैर में गोली लगने से घायल हो गए। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस का कहना है कि एनकाउंटर से पहले उन्होंने ‘पत्रकारों को घटनास्थल पर बुलाया था।’ एनकाउंटर का वीडियो देखने से पता चलता है कि पुलिस हथियारों से लैस हैं और बदमाशों पर गोलियां बरसा रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, हरदुआगंज में गुरुवार सुबह दो बदमाश बाइक से कहीं जा रहे थे। इस दौरान पुलिस की इन पर नजर पड़ी और उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वे भागने लगे। पुलिस ने इनका पीछा किया तो बदमाश मछुआ नहर के पास बनी सिंचाई विभाग की एक कोठरी में घुस गए। इस दौरान वहां पुलिस फोर्स ने उन्हें घेर लिया तो बदमाश फायरिंग करने लगे, जवाब में पुलिस की तरफ से भी फायरिंग हुई, जिसमें एसओ के पैर में गोली लग गई। यह मुठभेड़ लगभग एक घंटे तक मुठभेड़ चली। उधर पुलिस की गोली से दोनों बदमाश भी घायल हो गए। पुलिस ने दोनों घायल बदमाश जिला अस्पताल में भर्ती कराए, जहां इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।

मुठभेड़ में मारे गये बदमाशों की पहचान हो गई है। इनमें से एक नौसाद पुत्र राशिद और दूसरा मुस्तकीम पुत्र इरफान है। पुलिस का कहना है कि दोनों की लंबे समय से पुलिस को तलाश थी। ये लोग पिछले हफ्ते हुई हत्या के 6 मामलों में वांछित थे। पुलिस के मुताबिक बदमाशों द्वारा शिकार बनाये गये 6 में से 2 हिन्दू साधु थे। अलीगढ़ के पुलिस प्रमुख अजय साहनी ने बताया, “ये घटना सुबह 6.30 बजे की है। पुलिस का कहना है कि जब उनका पीछा किया गया तो वे गोलियां चलाने लगे। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वे घायल हुए। इससे पहले बुधवार को भी पुलिस ने पिछले महीने हुई 6 लोगों की हत्या के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इस एनकाउंटर में इंस्पेक्टर पाली मुकीमपुर प्रदीप कुमार को भी गोली लगी है। उन्हें वरुण ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।