तीन तलाक पर योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद मुस्लिम संगठनों में विरोध बढ़ गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने मंत्री मौर्य के बयान पर आपत्ति दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी बर्खास्ती की मांग की करते हुए उन्हें पागलखाने भेजने की अपील की। योगी के कैबिनेट मंत्री मौर्य ने शुक्रवार को बस्ती में आयोजित एक कार्यक्रम में तीन तलाक पर बयान देते हुए कहा था, “मुस्लिम लोग बिना कारण, मनमाने ढंग से जब चाहे अपनी पत्नियों को तलाक दे देते हैं। वे तलाक देकर अपनी हवस पूरी करने के लिए लगातार बीवियां बदलते रहते हैं।” उनके इस बयान के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने मुख्यमंत्री योगी से मंत्री मौर्य को बर्खास्त करने की मांग करते हुए उन्हें पागलखाने भेजने की अपील की है। शाइस्ता ने कहा कि एक तरफ मुस्लिम महिलाएं अन्याय के खिलाफ लड़ रही हैं, तो दूसरी तरफ स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे कैबिनेट मंत्री अटपटा बयान देकर समूचे मुस्लिम समुदाय को बदनाम कर रहे हैं। उन्हें इसकी कड़ी सजा दी जानी चाहिए और पद से हटा दिया जाना चाहिए।

मौर्य ने कहा था, ”मुस्लिम महिलाओं के पति अपनी हवस को पूरा करने के लिए तीन तलाक देकर अपनी बीवी को बदल लेते है। उन्होंने कहा कि यह अब नहीं चलेगा कि मुस्लिम पुरुष जब चाहे अपनी पत्नियों को बेवजह तलाक दे दें। ये लोग तालक देकर अपने बीवी-बच्चों को सड़क पर भीख मांगने पर मजबूर कर देते है। मौर्य ने कहा कि महिलाओं के अधिकार और उन्हें न्याय दिलाने के लिए बीजेपी हमेशा पीड़ित मुस्लिम महिलाओं के साथ खड़ी है। हम किसी भी हाल में उनके साथ गलत नहीं होने देंगे।”

शनिवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से तीन तलाक के मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करने और उनसे आगे आकर समाधान खोजने का आग्रह किया। मोदी ने बासवा जयंती के अवसर पर कहा, “मैं मुस्लिम समुदाय के लोगों से तीन तलाक के मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देने का आग्रह करता हूं।” उन्होंने कहा, “मैं उनसे आगे आने और समाधान खोजने का आग्रह करता हूं।” मोदी ने यह भी कहा कि वह देश में मुस्लिम बेटियों के दुखों को दूर करेंगे। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार इस पुराने कानून को समाप्त करेगी।”