सरकार द्वारा तीन तलाक के मुद्दे पर अध्यादेश लाने और सजा का प्रावधान करने के बावजूद तीन तलाक के मामले नहीं रुक रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के थाना भवन इलाके का है। जहां रहने वाली एक महिला का कहना है कि उसके पति ने उसे दहेज की मांग के चलते तीन तलाक दे दिया है। महिला का ये भी आरोप है कि उसका पति उसे पीटता है। फिलहाल शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। गौरतलब है कि बीते हफ्ते ही तीन तलाक पर सरकार ने अध्यादेश पेश किया है, जिसे आगामी 6 महीने में सरकार को इस अध्यादेश को संसद में पास कराना होगा। संसद से पास होते ही यह अध्यादेश कानून की शक्ल ले लेगा। बता दें कि अध्यादेश आने के बाद राजस्थान के बाड़मेर में तीन तलाक का पहला मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में महिला को उसके पति ने फोन पर तीन तलाक दे दिया था। इस मामले में भी दहेज की मांग का मामला सामने आया था।
वहीं तीन तलाक पर लाए गए अध्यादेश के मुताबिक तीन तलाक पीड़िता या उसका कोई सगा रिश्तेदार ही केस दर्ज करा सकेगा। साथ ही मजिस्ट्रेट के पास ही तीन तलाक के मामले में जमानत देने का अधिकार होगा। अध्यादेश में तीन तलाक के बाद समझौते का भी प्रावधान किया गया है। पति-पत्नि चाहें तो समझौता कर सकते हैं। वहीं सरकार द्वारा लाए गए इस अध्यादेश के खिलाफ कई मुस्लिम संगठन लामबंद हो रहे हैं।
शुक्रवार को हैदराबाद में यूनाइटेड मुस्लिम फोरम (MUF) ने एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में कई मुस्लिम संगठन शामिल हुए। इस बैठक में सरकार द्वारा तीन तलाक पर लाए गए अध्यादेश की आलोचना की गई। मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि यह अध्यादेश पीछे के दरवाजे से लाया गया है और इसके लिए मुस्लिम बुद्धिजीवियों की राय नहीं ली गई है।