उत्तर प्रदेश में प्रेमी की खातिर एक महिला ने पति की बेरहमी से हत्या कर डाली। आरोपी सुनीता ने घर में जहां पर पति का शव दफ्नाया था, वहां (कब्र पर) वह करीब तीन महीने तक खाना पकाती रही। हत्या के बारे में परिजन और अन्य लोगों को भनक न लगे, इसलिए उसने पुलिस में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दी थी। मगर पुलिस ने जांच-पड़ताल के आधार पर मामले का भंडाफोड़ किया है। हैरत की बात है सच सामने आने पर भी आरोपी महिला को अपने किए पर न तो अफसोस है। उल्टा थाने में वह पुलिस अधिकारियों के सामने बेखौफ नजर आई। उसका दावा है कि पति के किसी दूसरी महिला के साथ नाजायज संबंध थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला यहां के शाहजहांपुर का है। पीड़ित भगवान सिंह के बेटे सूरज की शादी आठ वर्ष पहले मदनापुर के गांव बेहटा में रहने वाले नक्षत्रपाल की बेटी सुनीता से हुई थी। सुनीता की ससुराल में किसी से बनती नहीं थी।
पीड़ित भगवान ने स्थानीय पत्रकारों को बताया, “बहू का चाल-चलन शुरू से ठीक न था। एक बार उसने मुझ पर भी दुष्कर्म का फर्जी आरोप लगाया था। मैंने उसके बाद गांव से बाहर रहने का फैसला किया था।” भगवान इसी कारण घर छोड़ बदायूं के उझानी स्थित गांव संजनपुर में रिश्तेदारों के पास रहने चले गए थे, जबकि उनकी पत्नी पहले ही गुजर चुकी हैं।
पुलिस जांच के अनुसार, सूरज की हत्या में सुनीता का प्रेमी हरि ओम सिंह भी शामिल है। उन लोगों ने इसके लिए साजिश भी रची थी। सूरज की हत्या के बाद सुनीता ने उसके गायब होने की रिपोर्ट पुलिस में लिखाई। पुलिस वालों को शक न हो, इसलिए वह बार-बार थाने जाती। पुलिस को इसके बाद गड़बड़ लगी, तो सुनीता के फोन की कॉल डिटेल्स निकलवाई गई। उसमें पता लगा कि उसकी सबसे अधिक बात हरि ओम के नंबर पर हुई थी। पुलिस ने सुनीता व हरि ओम को गिरफ्तार कर लिया है।