उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। एक छात्रा ने कथित तौर पर शिक्षक पर चल रही कांवड़ यात्रा के बारे में ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ करने का आरोप लगाया है। छात्रा ने आरोप लगाया है कि शिक्षक ने कांवड़ियों के एक समूह से उसने मिलने की अनुमति मांगी थी, जिसमें उसके कुछ रिश्तेदार भी शामिल थे।
शिक्षक ने मान ली गलती
यह घटना तब सामने आई जब कुछ वीडियो वायरल हुए। एक वीडियो में शिक्षक ओम प्रकाश (जो 50 वर्ष के हैं) कथित तौर पर अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में छात्रा उन पर आरोप लगा रही है। सुल्तानपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) उपेंद्र गुप्ता ने कहा कि शिक्षक को प्रथम दृष्टया निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि वायरल वीडियो में छात्रों को यह आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है कि शिक्षक ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
दलित समुदाय से आने वाले ओम प्रकाश सुल्तानपुर के सम्राटपुर स्थित कम्पोजिट स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे। एक शिक्षक के अनुसार कथित घटना मंगलवार को हुई जब लोगों का एक समूह स्कूल पहुंचा और शिक्षक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम प्रधान राजेश तिवारी भी मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत करने की कोशिश की।
17 जुलाई की है घटना
प्रधान राजेश तिवारी ने घटना पर कहा, “लोगों ने मुझे बताया कि एक छात्रा ने उन्हें बताया कि 17 जुलाई को जब उसने कांवड़ियों के एक समूह (जिसमें उसके कुछ रिश्तेदार भी शामिल थे) से मिलने के लिए ओम प्रकाश से अनुमति मांगी, तो उन्होंने न केवल उसकी अनुमति अस्वीकार कर दी, बल्कि कांवड़ यात्रा में शामिल लोगों के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की।” राजेश तिवारी ने आगे बताया कि कुछ मिनट बाद शिक्षक ओम प्रकाश स्कूल भवन से बाहर आए और भीड़ के सामने अपनी गलती स्वीकार की।
उत्तर प्रदेश में लाखों की संख्या में कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया है। महिलाएं भी अच्छी संख्या में इसमें शामिल हुई है। योगी सरकार ने कांवड़ियों के लिए काफी अच्छी तैयारी की थी। उनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया था। हालांकि इसके बावजूद कई घटनाएं सामने आई।