उत्तरप्रदेश के रायबरेली जिला जेल में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा। यहां की जिला जेल से बंदियों का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें जेल की बैरक नंबर 10 में बंद पांच अपराधी बंदूक व कारतूस रखकर सिगरेट और शराब की पार्टी करते हुए, मोबाइल से लेनदेन की बात करते कर रहे है। वीडियो के वायरल होने बाद रविवार रात डीएम संजय खत्री और एसपी सुजाता सिंह ने जेल में छापा मारा। इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक सहित छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया।

वायरल वीडियो रायबरेली की जिला जेल का बताया जा रहा है। वीडियो में अपराधी जेल के अंदर सिगरेट का धुंआ उड़ाते देखे जा सकते है। यही नहीं अपराधी जेल के अंदर ही कारतूस, दारु और मोबाइल का प्रयोग करते वीडियो में साफ नजर रहे है। अपराधी जेल के अंदर से ही मोबाइल का प्रयोग करते हुए फिरौती की बात करते भी नजर आ रहे, अपने साथी को 10 हजार रूपये में से 5000 रूपये जेलर को भी देने की बात कर रहा है। रायबरेली जेल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एडीजी ने कार्यवाही करते वरिष्ठ अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल, कारापाल गोविंद राम वर्मा, उप कारापाल रामचंद्र तिवारी, हेड जेल वार्डर लालता प्रसाद उपाध्याय, जेल वार्डर शिवमंगल सिंह व गंगाराम को निलंबित कर दिया गया है। इन सभी के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।

कहा जा रहा है कि मामला पता चलते ही जिला प्रशासन ने इन बंदियों को तीन दिन पहले ही गैर जनपद की जेलों में भेज दिया। जेल अधीक्षक का कहना है कि कुछ लोगों ने जेल का माहौल खराब करेने के लिये वीडियो बनवाया है। प्रकरण की एफआईआर सदर कोतवाली में दर्ज कराई जा चुकी है।

कहा जा रहा है कि जिला जेल में 396 बंदी रखने की क्षमता है लेकिन वर्तमान में हजार के करीब बंदी रखे गये है। मिली जानकारी के अनुसार बंदी निखिल सोनकर को सुल्तानपुर, अजीत को बाराबंकी को, दलसिंगार को फतेहपुर और अंशू को प्रतापगढ़ की जेलों में भेजा गया है। इन लोगों का जिला जेल में असलहा-कारतूस के बीच शराब और सिगरेट पीने का वीडियो वायरल हुआ है।