उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में एक सड़क हादसे में कई बच्चों की मौत की अफवाह फैलने के बाद लोगों का गुस्सा फूटा और वे हिंसा पर उतर गए। नाराज लोगों ने न केवल बलिया-आजमगढ़ मार्ग बाधित कर दिया, बल्कि मौके पर पहुंचे पुलिसवालों पर जमकर पत्थर फेंके। हालात इतने खराब हो गए कि पुलिस को भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा। और तो और, भीड़ ने पुलिस की डायल 100 की गाड़ी, थानाध्यक्ष के वाहन समेत कई गाड़ियों को फूंक डाला।

हालात ऐसे हो गए कि प्रशासन ने किसी किस्म की अफवाह फैलने से रोकने के लिए कुछ वक्त के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी। हालात को काबू करने के लिए मौके पर डीएम, एसपी जैसे आला अधिकारी मौजूद रहे। दरअसल, मऊ के हलधरपुर स्थित डीडी पब्लिक स्कूल की गाड़ी गुरुवार को हादसे की शिकार हो गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चों को लेकर स्कूल परिसर में दाखिल होती गाड़ी को एक तेज रफ्तार प्राइवेट बस से टक्कर लग गई। इस हादसे में 14 बच्चे घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए आसपास के अस्पतालों में दाखिल कराया गया था। इन्हीं बच्चों की मौत की अफवाह फैलने के बाद नाराज गांववाले हिंसा पर उतर आए।

गांवालों के पथराव में एसएसपी, सीओ और थानाध्यक्ष तक घायल हो गए। पुलिस-प्रशासन को भीड़ को काबू करने में कई घंटे लग गए। पुलिस ने कहा है कि हिंसा करने वालों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सड़क हादसे के बाद हिंसा की एक अन्य घटना जिले के मुहम्मदाबाद थानाक्षेत्र में हुई। एक ट्रैक्टर ट्रॉली से दबकर एक बच्ची की मौत हो गई। नाराज लोगों ने न केवल ट्रैक्टर ट्रॉली को जला दिया, बल्कि सड़क भी काफी देर के लिए जाम कर दिया। यहां भी लोगों ने पुलिसवालों से अभद्रता की। मौके पर मौजूद कुछ मीडियाकर्मियों के कैमरे छीनने की भी खबर है।