गाय पर भले ही देश में राजनीति गर्म हो, लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि इनकी हालत बेहद खराब है। इनके लिए न केवल आश्रयघरों की बेहद कमी है, बल्कि खाने व दूसरी सुविधाओं के अभाव में बहुत सारी गायें रोजाना मरने के लिए मजबूर हैं। इसके अलावा, किसान भी आवारा पशुओं द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने की समस्या से पीड़ित हैं। वहीं, गाय और कथित गोमांस को लेकर भी हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं। इस बीच, गुरुवार सुबह विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदु युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने यूपी के अलीगढ़ में राजकीय हाइवे को जाम कर दिया। पास के इलाके में करीब एक दर्जन गायों की मौत को लेकर ये प्रदर्शन कर रहे थे।

प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि स्थानीय गांववालों ने मृत के साथ-साथ कुछ गायों को जिंदा दफना दिया। एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अलीगढ़ के विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष धर्मा भैया ने कहा, ‘हमें स्थानीय लोगों से सूचना मिली थी कि सारी गायें मृत नहीं थीं। उनमें से कुछ को जिंदा ही दफना दिया गया। हम गायों के साथ इस तरह की क्रूरता बर्दाश्त नहीं कर सकते।’ हालांकि, बाद में पुलिस ने कुछ घंटे बाद मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि सिर्फ मृत गायों को ही दफनाया गया है।

पुलिस के मुताबिक, शिकायत मिलने के बाद कुछ गायों को तुरंत पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस का कहना है कि रिपोर्ट से पता चलता है कि सभी गायों की मौत दफनाने के 12 घंटे पहले ही हो चुकी है। पुलिस का यह भी कहना है कि आसपास कुछ और बीमार गायें घूम रही थीं, जिन्हें डॉक्टर बुलवाकर दिखाया गया। पुलिस अब इस बात का पता लगा रही है कि गायों को आखिर किसने दफनाया।