बिहार विधानसभा चुनाव में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद अब कांग्रेस की बैठक में हंगामे की खबरें आई हैं। शुक्रवार को राजधानी पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस पार्टी की बैठक हुई। इस बैठक में बिक्रम विधायक सिद्धार्थ शर्मा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाने की मांग पर जमकर हंगामा हुआ। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि गाली-गलौज और हाथापाई तक आ गई।

हिन्दी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस की बैठक में बिक्रम विधायक सिद्धार्थ शर्मा को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाने की मांग उठी। जिसके बाद नेताओं के बीच गाली-गलौज से लेकर हाथापाई तक हो गई। कार्यकर्ताओं ने विधायक विजय शंकर दूबे को विधायक दल का नेता नहीं बनाने की भी मांग की। जिसके बाद दोनों नेताओं के समर्थक आपस में भीड़ गए और मारपीट और गाली गलौज करने लगे।

इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल और बिहार के ऑब्जर्वर अविनाश पांडेय भी मौजूद थे। विधायक दल का नेता चुनने के अलावा आगे की रणनीति पर भी चर्चा की गई। बता दें इस चुनाव में कांग्रेस के शर्मनाक प्रदर्शन को लेकर उनकी हर तरफ आलोचना हो रही है।

कांग्रेस के 19 सीटों पर सिमट जाने पर पार्टी महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के कारण ही महागठबंधन की सरकार नहीं बन पाई। उन्होंने कहा कि ऐसे में उनकी पार्टी को आत्मचिंतन करना चाहिए कि उससे चूक कहां हुई।

तारिक अनवर ने यह भी कहा कि बिहार में एआईएमआईएम का प्रवेश शुभ संकेत नहीं है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटें जीती हैं। कटिहार से कई बार लोकसभा सदस्य रह चुके अनवर ने ट्वीट कर कहा, भले ही भाजपा गठबंधन येन केन प्रकारेण चुनाव जीत गया, परन्तु सही में देखा जाए तो बिहार चुनाव हार गया। इस बार बिहार परिवर्तन चाहता था। 15 वर्षों की निकम्मी सरकार से छुटकारा और बदहाली से निजात चाहता था।