उत्तर प्रदेश के दांडी समेत जुड़ावन मजरे, ममुनी गांव में पिछले 20 दिन में सात लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इनमें से 5 लोग एक ही परिवार के थे। इसके चलते पूरे गांव में दहशत का माहौल है, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करने पहुंची। इस दौरान टीम में चिकित्सा विभाग के अपर निदेशक डॉक्टर जीपी गुप्ता भी मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक, ममुनी ग्राम सभा के बुजुर्ग जगदीश मौर्य को 8 मार्च को डायरिया हुआ था। अब परिजन जब तक इस मामले को पूरी तरह समझ भी पाते, तब तक उनका निधन हो गया।
बुजुर्ग की मौत के बाद उनके परिवर के शिवबहादुर की मौत 17 मार्च को, ठाकुरदीन की मौत 26 मार्च को, और रामनारायण की मौत 28 मार्च को हो गई थी। 30 मार्च को रामेश्वर ने भी अपनी जान दे दी थी। ये सभी उसी मौर्य परिवार के सदस्य थे।
जांच करने गई थी स्वास्थ्य विभाग की टीम
इन मौतों को लेकर परिवार के लोगों को कहना है कि मरने वाले सभी लोगों को सांस लेने में सबसे ज्यादा परेशानी हो रही थी। पड़ोसी गांव पूरे जुड़ावन में 19 मार्च को राम कुमार और 22 मार्च को राजलाल पटेल की मौत हो गई थी। इन दोनों को भी मौर्य परिवार के मृतक लोगों की तरह ही समस्या हो रही थी।
लगातार बढ़ते मौतों के आंकड़े के चलते पूरे ग्रामीण इलाके में दहशत का माहौल फैल गया था। लोगों को एक बार फिर 2020-21 का कोरोना काल याद आने लगा था। मामले की जानकारी गांव के ही सत्यपाल विश्वकर्मा द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दी गई, जिसके बाद मेडिकल टीम ने गांव का दौरा किया और सावधानी के चलते गांव में दवाओं को छिड़काव करवाया है, जिससे कीटाणुओं का नाश किया जा सके।
सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर भावेश कुमार का कहना है कि सूचना मिलने पर टीम ने जाकर परीक्षण किया है, रिपोर्ट आने के बाद ही वजहों का पता चल पाएगा। वहीं ग्राम प्रधान देवेश शुक्ला ने बताया कि गांव में साफ सफाई लगातार कराई जा रही है और जिनकी भी मौत हुई , वे किसी न किसी बीमारी से पीड़ित थे।