उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 20 दिन की बच्ची को तलाब किनारे जिंदा दफनाने का मामला सामने आया है। हालांकि, गनीमत ये रही कि बच्ची के रोने की आवाज बाहर तक सुनाई दे रही थी। तलाब से गुजरने वाले एक स्थानीय ने बच्ची की जान बचाई और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। बच्ची खतरे से बाहर है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक यह घटना शाहजहांपुर जिला के जलालाबाद क्षेत्र की है।

खबर के मुताबिक शुक्रवार शाम को पुरेना गांव के धर्मेंद्र कुमार तालाब से होकर गुजर रहे थे, इसी दौरान उन्होंने बच्ची के रोने की आवाज सुनी। आवाज को सुनते हुए वह दफन की गई जगह तक पहुंच गए और आनन-फानन में मिट्टी हटा कर बच्ची को बाहर निकाला और सीधा अस्पताल चले गए। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की हालत अब स्थिर है। इस दौरान नन्ही बच्ची को एक औरत को देखरेख के लिए सौंपा गया है और उसके मां-बाप की खोजबीन जारी है।

टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बच्ची को बचाने वाले धर्मेंद्र कुमार ने कहा,” मैं वहां (तालाब) से गुजर रहा था तब नवजात के रोने की आवाज सुनी। मैंने आवाज के बिनाह पर बच्ची को ढूंढ निकाला। मुझे बच्ची जिंदा हालत में मिली। मैंने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और पुलिस को मामले की सूचना दी। यह बेहद ही क्रूर हरकत है। कोई शख्स अपने बच्चे को इस ठंठे मौसम कैसे छोड़ सकता है?” पुलिस मामले के दोषियों की छानबीन में जुटी है। हालांकि, ग्रामीणों का दावा है कि उन्होंने एक महिला को नवजात बच्ची के साथ घटना से कुछ देर पहले देखा था।