उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ऐसी घटना सामने आई है जो मानवता को शर्मसार करने वाली है। जिसने भी घटना को देखा उसने सिर्फ और सिर्फ अधिकारियों व कर्मचारियों की घोर लापरवाही बताई और कार्रवाई की मांग की। मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर के मोर्चरी का है जहां सड़क हादसे में मृत कारोबारी का शव कुत्ते नोचते रहे और कर्मचारी मूकदर्शक बने देखते रहे। मामले की जानकारी के बाद पोस्टमार्टम हाउस में मृतक के परिजनों ने हंगामा काटा। पुलिस ने परिजनों को शांत कराते हुए पोस्टमार्टम कराते हुए शव सौंप दिया। मिली जानकारी के अनुसार बजरिया थानाक्षेत्र स्थित नालारोड निवासी मो. फजल अहमद (55) लेदर जैकेट कारोबारी थे। परिवार में पत्नी अनीसा, दो बेटे व चार बेटियां हैं। बुधवार को कारोबारी नेहरु नगर स्थित दुकानदार को जैकेट का आर्डर डिलीवरी देने गये थे। वापस लौटते समय स्कूटी सवार जैकेट कारोबारी को नौसिखियां नगर निगम डम्फर चालक ने ब्रहमनगर ढाल के पास रौंद दिया। हादसे में उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जहां मोर्चरी कर्मचारियों की घोर लापरवाही देखने को मिली। यहां पर कर्मचारियों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए खुला छोड़ दिया। इस बीच वहां कुत्ते पहुंच गये और शव को नोचने लगे। जब मृतक के परिजन अंदर पहुंचे और कुत्तों को शव नोचते देखा तो वे आग बबूला हो गये। कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर परिजनों ने हंगामा काटा।

मामले की जानकारी मिलते ही स्वरुप नगर थाना पुलिस व हैलट चौकी इंचार्ज पहुंचे और परिजनों को किसी तरह से शांत कराया। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत शव को कपड़े से सील कराया और फिर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। सीएमओ डॉ. अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है, शवों की सुरक्षा के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने क्या उपाय किए है, इसके बारे में प्राचार्य से बात करेंगे। इसके साथ ही इस लापरवाही पर पोस्टमार्टम हाउस प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।