चुनावी मौसम आते ही जहां नेताओं की चहलकदमी तेज हो जाती है तो वहीं जनता भी अपनी नाराजगी व्यक्त करने में देरी नहीं लगाती है। उत्तर प्रदेश सरकार में जलशक्ति मंत्री बलदेव सिंह औलख के साथ ऐसा ही कुछ हुआ। एक कार्यक्रम में शरीक होने के लिए वह जिलाधिकारी के साथ पहुंचे थे। लेकिन रास्ते में उन्हें स्थानीय नागरिकों ने रोक लिया। नाराज लोगों ने मंत्री को कार से उतारकर कीचड़ भरी सड़क पर चलवाया भी। घटना रविवार की बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वह जिले में एक ऑक्सीजन फिलिंग सेंटर का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे।

इलाके के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास मंडी तक जाने का रास्ता पिछले काफी समय से खराब है। लोगों ने इस रोड की मरम्मत के लिए कई अर्जियां लगाईं लेकिन कागजी कार्रवाई में बात दब कर रह गई। बारिश के समय में हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि यहां पैदल चलना तो दूर गाड़ी से भी चलना मुश्किल हो जाता है। खासकर अस्पताल जाने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

रविवार को मंत्री जब जिलाधिकारी रविंद्र सिंह मांदड़ के साथ अपनी लग्जरी गाड़ी में गुजर रहे थे तो लोगों ने उन्हें रोक लिया। लोगों से बात करने के लिए वह कार से नीचे उतरे तो उन्हें कीचड़ में चलने के लिए कहा गया। लोगों के साथ वहां कुछ देर चहलकदमी के बाद वह कार्यक्रम के लिए जा पाए।

मंत्री जी कार्यक्रम में पहुंचे तो अधिकारियों के प्रति नाराजगी देखने को मिली। मंच से जलशक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि यहां बहुत सारे नालायक आदमी हैं। जिनकी चमड़ी इतनी मोटी है कि कई बार कहने के बावजूद असर नहीं होता है। यह अधिकारी काम करने के बजाय डीएम, एसडीएम और मेरे कामों को बर्बाद करने में जुटे हुए हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी अधिकारी का नाम नहीं लिया।

कार्यक्रम से निकलने के दौरान बलदेव सिंह औलख को मीडिया के सवालों का भी सामना करना पड़ा। उन्होंने माना कि पिछली बार मुख्तार अब्बास नकवी के साथ आए थे दो महीने पहले इन्हें काम पूरा करने के लिए कहा गया था लेकिन कुछ भी नहीं काम हो रहा है, उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने जल्दी काम के लिए कहा था बावजूद इसके मुझे आज भी यही बात कहनी पड़ रही है।