उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बेहद ही चौंकाने वाली बात कही है। बिजनौर के एक ब्लॉक में स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि अगर वह अपने बच्चों को टीके नहीं लगवाएंगे तो राज्य सरकार की योजनाओं के तहत उन्हें राशन भी नहीं दिया जाएगा। टीओआई के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यह कदम उन लोगों पर दबाव डालने के मकसद से उठाया गया है जो टीकाकरण प्रोग्राम का विरोध करते हैं। इसके अलावा अधिकारी ने यह भी बताया कि जिले के एक अन्य ब्लॉक में पिछले साल इस तरह का प्रयोग किया जा चुका है जो कि काफी सफल रहा था। इसलिए अधिकारियों को विश्वास है कि आगे भी यह प्रयोग काम आएगा।
शनिवार की शाम को बिजनौर स्वास्थ्य विभाग ने एक नोटिस जारी कर कहा था, ‘कोतवाली देहात ब्लॉक में बहुत से लोग टीकाकरण कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं। जागरुकता की कमी के कारण वह अपने बच्चों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग को जिला आपूर्ति कार्यालय से टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मदद मिल रही है। अगर कोई इस कार्यक्रम का विरोध करेगा तो उसे राशन नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही उसे सरकार की अन्य योजनाओं का भी लाभ नहीं मिलेगा।’
कोतवाली देहात ब्लॉक के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है, ‘हम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण कार्यक्रम मिशन इंद्रधनुष चला रहे हैं, लेकिन कुछ माता-पिता इस मिशन का विरोध कर रहे हैं। हमने उन्हें इस कार्यक्रम के महत्व को बताने का काम किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। करीब 150 परिवार टीकाकरण कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं। तो अब से कोई भी व्यक्ति जो इस मिशन का विरोध करेगा उसे राशन नहीं दिया जाएगा, ऐसा करने से उन लोगों के ऊपर दबाव बनेगा और वह अपने बच्चों को टीका लगवाएंगे। हमने पिछले साल चांडक ब्लॉक में इस तरह का प्रयोग किया था, जो कि काफी सफल भी रहा था। पहले केवल 40% बच्चों को टीका लगा था, लेकिन राशन रोकने के बाद 80% बच्चों का टीकाकरण हो गया था।’