उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यूपी सरकार ने इस बार कुंभ के लिए 4200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। राज्य सरकार में मंत्री राजेश अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि पूर्व की सरकार ने महाकुंभ पर 1300 करोड़ रुपये खर्च किए थे अब योगी सरकार ने उस राशि से तीन गुना ज्यादा 4200 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बार सरकार ने व्यवस्था चौकस रखने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्टर, पीने के पानी, रेलवे और एयर ट्रांसपोर्ट और बिजली पर खासा खर्च किया है। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक इस बार कुंभ मेला इलाके से लगी करीब 300 किलोमीटर की सड़कों को दुरुस्त किया गया है। 22 पीपे के पुल बनाए गए हैं। जोकि 2013 के मुकाबले 4 ज्यादा हैं, इसके लिए 1795 पीपों का इस्तेमाल किया गया है। 116 सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण किया गया है। 84 से ज्यादा पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिनमें से 18 को सैटेलाइट टाउन के तौर पर विकसित किया गया है। पार्किंग स्थलों में करीब पांच लाख वाहनों को खड़ा किया जा सकता है।

कुंभ के लिए 524 शटल बसों और सीएनजी रिक्शों की व्यवस्था की गई है। 54 ऐसे स्थान बनाए गए हैं जहां बैठकर इंतजार किया जा सकता है या आराम किया जा सकता है। पीने के पानी के लिए पांच हजार नलके लगाए गए हैं। 800 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछाई गई है, जोकि 2013 के मुकाबले 250 किलोमीटर ज्यादा है। 200 वॉटर एटीएम लगाए गए हैं। 150 वॉटर टैंकर्स की भी व्यवस्था की गई है और 100 हैंडपंप्स भी लगाए गए हैं।

प्रयागराज सिविल एयरपोर्ट पर एक नया टर्मिनल दिया गया है। नौका सेवा के लिए पांच पड़ाव बनाए गए हैं। 9 रेलवे स्टेशंस का मेकओवर किया गया है। 40700 एलईडी लाइट्स के जरिये इस कुंभ मेले को जगमगाया गया है। वहीं, 2013 में 22000 स्ट्रीट लाइट प्वॉइंट्स थे। 1030 किलोमीटर की एलटी लाइन बिछाई गई है जोकि 2013 में 770 किलोमीटर की थी। 105 किलोमीटर की एचटी लाइन बिछाई गई है। बता दें कि लोकसभा चुनाव करीब हैं इसलिए कुंभ मेले के सफल आयोजन के जरिये लोगों का ध्यान सरकार के कामकाज की ओर आकर्षित करने की कोशिश होगी।