उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैराना से हिंदुओं के विस्थापन मुद्दे को लेकर सोमवार को भाजपा पर हमला तेज करते हुए कहा कि वह चुनावी राज्य में माहौल बिगाड़ने के लिए इस तरह के निराधार मुददे उठा रही है। वहीं यादव की टिप्पणी के बीच वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के लिए कैराना विस्थापन मुख्य मुद्दा नहीं होगा। वह विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।

यादव ने लखीमपुर खीरी में एक जनसभा में कहा, ‘भाजपा कैराना जैसे निराधार मुद्दे उठाती है क्योंकि अपने शासन के दो साल के दौरान उन्हें विकास के नाम पर दिखाने को कुछ नहीं है। उन्हें पता है कि यदि वे विकास पर चर्चा करेंगे तो सपा सरकार बढ़त ले लेगी। इसलिए वे कैराना जैसे मुद्दे उठाकर उत्तर प्रदेश के माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं।’ उन्होंने दावा किया कि भाजपा द्वारा उठाया गया मुद्दा जांच के बाद निराधार पाया गया क्योंकि कुछ लोग रोजगार और आर्थिक कारणों से 10 से 15 साल पहले बाहर चले गए थे जबकि अन्य दूसरे कारणों से चले गए तथा कुछ मृत पाए गए।

वहीं केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि भाजपा विकास के मुद्दे पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री नायडू ने रविवार शाम मुजफ्फरनगर में कहा, ‘कैराना विस्थापन उत्तर प्रदेश चुनाव में मुख्य मुद्दा नहीं होगा। पार्टी विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी।’
भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कैराना से हिंदुओं का कथित विस्थापन प्रदेश की विभिन्न सरकारों की तुष्टीकरण नीतियों और छद्म धर्मनिरपेक्षता का परिणाम है। उन्होंने बस्ती में एक रामकथा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दावा किया कि इसी वजह से कैराना में हिंदुओं की आबादी घटकर आठ फीसद रह गई है, जो कभी 68 फीसद होती थी।

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने दावा किया कि हिंदुओं के अलावा कुछ मुसलिम परिवार भी कानून व्यवस्था की समस्या के कारण कैराना छोड़कर चले गए हैं। बालियान ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि पहली बात तो यह है कि उन्होंने कैराना का दौरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि आप सबने देखा होगा कि राज्य में कानून व्यवस्था का मुद्दा है। बेहतर होगा कि इसे उस पहलू से देखा जाए और उनकी जानकारी के अनुसार न सिर्फ हिंदू बल्कि कुछ मुसलिम भी बाहर गए हैं।

मुजफ्फरनगर से भाजपा सांसद बालियान ने कहा कि विस्थापन की समस्या राज्य में केवल कैराना तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरे मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देना सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह कानून व्यवस्था का मुद्दा है और समस्या को सांप्रदायिकता से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी भाजपा की एक टीम की ओर से गई जानकारी पर आधारित है, जो स्थिति का आकलन करने कैरना गई थी। बालियान ने कहा, ‘मैंने उनसे (टीम से) और उस स्थान के एक सांसद से भी बात की है। उनका कहना है कि विस्थापन मुख्य रूप से कानून व्यवस्था के कारण हो रहा है।’